रिपोर्ट- संजय वर्मा..
रांचीः झारखंड नवनिर्माण दल द्वारा हूल क्रांति दिवस के अवसर पर 30 जून को रांची के मोराबादी मैदान स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष स्वतंत्रता सेनानी सिद्धु-कान्हू, चांद-भैरो, फूलों-झानो सहित हूल आंदोलन के वीर-वीरांगनाओं को 1 मिनट का मौन धारण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए शहीदों व झारखंडवासियों के सपनों का खुशहाल झारखंड बनाने तक संघर्ष जारी रखने का संकल्प दोहराया गया।
झारखंड को लूटेरों का चारागाह बनने नहीं दिया जाएगाः विजय सिंह, संयोजक, झानद
झानद के केंद्रीय संयोजक विजय सिंह ने कहा कि अथक संघर्ष व बलिदान से बने झारखंड को लुटेरों का चारागाह बनने नहीं दिया जाएगा। विजय सिंह ने आगे कहा कि झारखंड निवासी होने के नाते हमारा भी कर्तव्य इसे बचाने का है, झानद जनता की स्थिति में बदलाव व झारखंड नवनिर्माण के लिए संकल्पित है।
स्कूल बंद रहने की अवधि तक का फीस अभिभावकों से नही लिया जाएः विजय सिंह, संयोजक, झानद
झारखंड नवनिर्माण दल के संयोजक विजय सिंह ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान स्कूल बंद रहने की अवधि तक का फीस अभिभावकों से नहीं वसूला जाए। झारखंड सरकार द्वारा ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर फीस लेने की दी गई छूट वापस ली जाए, क्योंकि ऑन लाईन पढाई के नाम पर भी निजी स्कूल संचालकों द्वारा अभिभावकों को ठगा जा रहा है।
प्रवासी मजदूरों को हांथो-हांथ किया जाए मजदूरी का भुगतानः झानद
झानद के संयोजक विजय सिंह ने क्वारंटीन में रखे जा रहे मजदूरों की स्थिति पर कहा कि क्वारंटीन सेंटरों में मजदूर भाईयों के लिए रहने खाने और स्वास्थ्य जांच की उचीत व्यवस्था नही है। क्वारंटीन में रखे गए मजदूरों को उनके परिजनों द्वारा खाना पहुंचाया जा रहा है, किसी किसी क्वारंटीन सेंटर में 20-20 दिन बाद मजदूरों को बिना स्वास्थ्य जांच के घर भेजा जा रहा है, जो सरकार की लापरवाही को दर्शा रहा है। झानद सरकार से प्रवासी मजदूरों के लिए अच्छा रहने और खाने की व्यवस्था के साथ 14 दिन बाद घर भेजने और काम देते हुए कोरोना काल तक हाथों-हाथ मजदूरी भुगतान की गारंटी की मांग को लेकर राज्य भर में 15 जुलाई तक प्रमंडल आयुक्त कार्यालय के समक्ष और 30 जुलाई तक उपायुक्तों के समक्ष मांग रखेगी, अगर मांगे नही मानी जाती है, तो 9 अगस्त 2020 को ‘”न्याय दो, नहीं तो जेल दो” नारे के साथ आमरण अनशन रांची में शुरू की जाएगी।
प्रवासी मजदूरों को कृषि, कुटीर उद्योग और पशुपालन क्षेत्र में रोजगार से जोड़े सरकार, तभी रुकेगा पलायनःप्रोफेसर रामनारायण भगत
मौके पर झानद के केंद्रीय अध्यक्ष, प्रोफेसर रामनारायण भगत ने कहा कि लूटखंड बनी झारखंड की स्थिति में बदलाव के लिए अलग राज्य से भी बड़ी लड़ाई लड़ने की जरूरत है, तभी खुशहाल झारखण्ड बनाया जा सकता है। वहीं प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए वर्तमान में सरकार द्वारा जो कदम उठाए गए हैं, उसे प्रोफेसर रामनारायण भगत ने नाकाफी बताया। सरकार को सुझाव देते हुए इन्होंने कहा कि झारखंड में ज्यादातार पलायन कृषि उत्पादक क्षेत्रों से ही हुआ है। इसलिए सरकार को चाहिए की वापस लौटे प्रवासी मजदूरों को कृषि कार्य के लिए बेहतर सिंचाई की सुविधा और बाजार उपलब्ध करवाया जाए, जहां ये अपने उत्पादों को बेच कर उचित मुल्य पा सकें। इसके अलावा, प्रवासी मजदूरों को लघु उद्योग और पशुपालन से भी जोड़ने की वकालत प्रोफेसर रामनारायण भगत ने की।
संकल्प कार्यक्रम में मुख्य रूप से पुरुषोत्तम गाड़ी, आशीष भौमिक, नीरज सिंह, सुखदेव कुमार, सचिन यादव सहित अन्य लोग शारीरिक दूरी का पालन व मास्क पहनकर उपस्थित थें।