दारुल उलूम हुसैनिया, कोकदोरो (इस्लामपुर) का दूसरा “जलसा-ए-दस्तारबंदी” 03 मार्च 2024 को किया जाएगा आयोजित.
रिपोर्ट- वसीम अकरम…
रांची(कांके प्रखंड): दारुल उलूम हुसैनिया, कोकदोरो (इस्लामपुर) का दूसरा “जलसा-ए-दस्तारबंदी” 03 मार्च 2024 को बाद नमाज़ ईशा होने जा रहा है, जिसमें 34 हुफ्फाजे कराम को दस्तार-ए-फजीलत की सनद से नवाजा जाएगा। जलसा की तैयारी को लेकर सोमवार को कोकदोरो इस्लामपुर अंजुमन के सदर, अब्दुल मजीद अंसारी की अध्यक्षता में जलसा की तैय्रारी को लेकर जामा मस्जिद कोकदोरो में बैठक की गई।
मजीद अंसारी ने जानकारी देते हुवे बताया कि आज की बैठक में मुख्य रूप से मोकरीर, जलसा गाह, मस्तूरात की बैठने की जगह, टेंट-लाइट, साउंड, तआम गाह, पानी-बिजली सहित कई ज़रूरी बातों पर चर्चा की गई। बैठक में तय हुवा कि, जलसा गाह कोकदोरो निवासी अब्दुल गफ्फार के मकान के सामने वाले प्लॉट में होगा। वहीं, तआम-गाह के लिए जलसा गाह का निर्माण किया जाएगा।
जलसा की सरपरस्तीः हज़रत मौलाना अख्तर हुसैन मज़ाहिरी, कांके पतराटोली।
जलसा की सदारतः हज़रत मौलाना इसहाक कासमी साहब (सदर, राफ्ते मदारिस झारखंड)
खुसुसी मेहमानः हज़रत मौलाना शौकत अली साहब बस्तवी (उस्तादे-हदीस दारुल उलूम देवबंद व नाजीमे-मदारिस इस्लामिया अरबिया, कुल-हिन्द)
शायरे इस्लामः हजरत कारी मोहम्मद एहसान मोहसिन साहब, मोजफ्फरनगर, यूपी
नेजामतः हजरत मौलाना सुफियान हैदर, राँची।
तिलावते कुरान पाकः हजरत कारी शोहैब अहमद साहब (मोदर्रिस, मदरसा आलिया अरबिया, कांके-पतराटोली)