राज्यभर के मनरेगा कर्मियों का हड़ताल शुरु….
राँची: झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ का “वादा निभा, स्थाई करो” मुहिम के तहत तीन दिन के सांकेतिक हड़ताल के अंतिम दिन तक समूचे राज्य में मनरेगा कर्मी सभी जिला मुख्यालयों में जमे रहे। अपने आंदोलन के क्रम में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शनिवार शाम को राँची के अलबर्ट एक्का चौक पर मशाल जुलूस निकाला गया।
मशाल जुलूस के माध्यम से अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की गई। मौके पर संगठन के प्रदेश अध्यक्ष, जॉन बागे ने कहा कि सरकार बिल्कुल ही निरंकुश हो गई है। जान बुझ कर मनरेगा कर्मियों को हड़ताल करने पर विवश किया गया हैं। सरकार ने मनरेगा कर्मियों को झूठी आश्वासनों के अलावा कुछ नहीं दिया। ग्रामीण विकास मंत्री का आवास घेराव, विधानसभा घेराव, 100 किलो मीटर पद यात्रा, मुख्यमंत्री आवास घेराव सभी जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन होने के बावजूद अब तक मनरेगा कर्मियों की मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया, जो राज्य सरकार की निरंकुशता को दर्शाता है।
मनरेगा कर्मी बीते 17 वर्षों से भारत सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के अति महत्वाकांक्षी योजना “मनरेगा” में अपना योगदान दे रहे हैं। मनरेगा कर्मी अपनी पूरी जवानी सरकार की सेवा में दे चुके हैं और अब बुढ़ापे में कहाँ जाएंगे? मनरेगाकर्मियों ने निर्णय लिया है कि, पूरे राज्य के मनरेगा कर्मी आज से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। आंदोलन के अगली कड़ी में सरकार के खिलाफ चरणबद्ध तरीक़े से आंदोलन जारी रहेगा।