प्रदीप बलमुचू और सुखदेव भगत की कांग्रेस में हुई घर वापसी, सुखदेव भगत ने कहा अब कांग्रेस के झँडे मे ही निकलेगी मेरी शवयात्रा…

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रिपोर्ट – बिनोद सोनी…

कांग्रेस पार्टी छोड़ना मेरी गलती थीः सुखदेव भगत़, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस

कांग्रेस से अलग रह कर भी ध्यान कांग्रेस पार्टी में ही लगा रहता थाः प्रदीप बलमुच्चू

झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी, अविनाश पांडे ने दोनों का पार्टी में किया स्वागत।

अब मेरी शवयात्रा कांग्रेस के झंडे में ही लिपट कर निकलेगीः सुखदेव भगत।

राँची: कांग्रेस के दो पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुखदेव भगत और प्रदीप बलमुचू की सोमवार को घर वापसी हो गई है। कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश प्रभारी, अविनाश पांडेय ने दोनों नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई और पार्टी में पुनः आने पर स्वागत किया। मौके पर प्रदेश प्रभआरी, अविनाश पांडेय ने कहा कि पिछले तीन दिनों से झारखण्ड की राजधानी रांची में मैराथन मीटिंग चल रही है। लगातार कार्यकर्ताओं से संवाद हो रहा है। कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, सह प्रभारी उमंग सिंगर, मंत्री आलमगीर आलम, रामेश्वर उरांव, बादल पत्रलेख, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार, फुरकान अंसारी, ददई दुबे समेत अन्य नेता उपस्थित रहें।

गठबंधन सरकार का मेनिफेस्टो धरातल में उतारा जाएगाः अविनाश पांडे, प्रदेश प्रभारी, कांग्रेस

अविनाश पांडेय ने कहा कि हमें खुशी है कि, हमारे दो बड़े नेताओं की आज घर वापसी हुई है। इससे सभी कांग्रेस जनों में खुशी है। सुखदेव भगत ने साढ़े चार वर्षों तक कांग्रेस का झारखंड में नेतृत्व किया। यूथ कांग्रेस से हमारे साथ जुड़े प्रदीप बलमुचू की वापसी से झारखंड में कांग्रेस मजबूत होगी। कहा कि गठबंधन की चल रही सरकार में जो हमारा मेनिफेस्टो था उसे धरातल पर उतारा जाएगा।

कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करना हमारा लक्ष्य हैः प्रदीप बलमुच्चू

कांग्रेस में वापसी के बाद प्रदीप बलमुच्चू ने कहा कि पुनः कांग्रेस परिवार में शामिल हुए हैं इसके लिए आलाकमान को धन्यवाद, मैंने कांग्रेस छोड़ कर गलती की थी।  दो वर्षों में लगा कि हम वनवास में थें। कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करना हमारा लक्ष्य है। अब दोबारा यह गलती नहीं होगी। आलाकमान ने जो विश्वास किया है उसे अक्षुण्ण रखने का काम करेंगे।

मेरे डीएनए में है कांग्रेसः सुखदेव भगत

वही कांग्रेस में पुनः वापसी के बाद सुखदेव भगत ने कहा कि मेरे लिए आज भावुक और महत्वपूर्ण दिन है। पूर्व की परिस्थिति में जो मानवीय भूल हुई थी, उसे सुधारने का मौका मिला है। सोनिया और राहुल गांधी का हृदय विशाल है, उन्होंने मेरी गलती को माफ किया। मेरे डीएनए में कांग्रेस है। जहां भी रहा कांग्रेसी ही रहा, जब भी मेरी शवयात्रा निकलेगी, कांग्रेस के झंडे से लिपटी हुई ही निकलेगे। पार्टी जो भी दायित्व देगी उसे पूरे तन्मयता के साथ निर्वाहन करूंगा।

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