पिठोरिया क्षेत्र में भारी बारिश के कारन हरी सब्जियों की फसल बर्बाद, लगभग 1 दर्जन मिट्टी के घर ढ़हे.

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रिपोर्ट- वसीम अकरम..

कांके प्रखंड के किसानों के भारी बारिश से हुए लाखों का नुकशान।

सैंकड़ो एकड़ खेत में तैयार हरी सब्जियों की फसल सड़ी।

पहले ही क्षेत्र में सिर्फ 25 प्रतिशत किसानों ने ही की है धान की खेती।

किसानों ने फसल नुकशान और ढ़ह चुके घरों का मुआवजा देने की रखी सरकार से मांग।

ईचापीढ़ी पंचायत के मुखिया और उप- मुखिया ने किया क्षेत्र का दौरा। 

रांची(कांके प्रखंड) राजधानी रांची में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही मुसलाधार बारिस से जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है। वहीं राजधानी रांची से सटे सब्जी उत्पादक क्षेत्र पिठोरिया के किसान और मिट्टी के मकानों में रहने वाले लोगों का हाल बेहद खराब है।

पिठोरिया थाना क्षेत्र के ईचापीढ़ी पंचायत में ढ़हे कच्चे मकानों की तस्वीर.

सिर्फ पिठोरिया थाना क्षेत्र में 1 दर्जन से अधीक मिट्टी के मकान और मेवेशियों का घर भारी बारिश में ध्वस्त हो चुका है, तो दूसरी तरफ सैंकड़ों एकड़ खेत में खड़ी हरी सब्जियों की फसल भी सड़ने लगी है। लगभग 70% हरी सब्जी भारी बरसात में बर्बाद हो चुकी है।

कांके के पिथोरिया क्षेत्र में हजारों हेक्टेयर में लगे फूलगोभी, पत्ता गोभी, धनिया पत्ता, टमाटर, करेला, इत्यादि सब्जियां खेतों में ही सड़ चुकी है, जिससे किसानों का बुरा हाल है। किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ी है। इस क्षेत्र में मात्र 25 प्रतिशत ही धान की रोपनी हो सकी है, जिससे किसान परेशान थें और अब रही सही कसर बारिश ने पुरी कर दी है। कुछ किसान धान की खेती नहीं कर पाने की वजह से कर्ज लेकर हरी सब्जियों की खेती किये थें, वो भी बारिश से बर्बाद हो चुकी है।

मुसलाधार बारिश के कारन खेत में ही सड़ चुकी है फसल.

इचापीड़ी पंचायत के किसान, हसीब अंसारी ने बताया कि उसके जमीन पर लगभग एक एकड़ में पत्ता गोभी, फूलगोभी की खड़ी फसल तैयार होने वाली थी, लेकिन लगातार बारिश की वजह से 70 से 80 प्रतिशत सब्जियां खेतों में ही बर्बाद हो गई। वहीं किसान पंचम उरांव, मोहम्मद गुफरान अंसारी ने भी बताया कि अपने खेतों पर उन्होंने फूलगोभी, पत्ता गोभी, धनिया पत्ता, पालक साग, बैंगन की फसल लगाई थी। लेकिन भारी बारिश के कारण लगभग खेतों पर ही सभी सब्जियां सड़ गई। हम लोग बैंक से किसान क्रेडिट कार्ड ऋण लेकर खेती लगाए थें। इस वर्ष धान की भी खेती नहीं हो पाई। हम सभी किसान कर्ज में डूब गए है। अब तो सरकार से ही उम्मीद है, कि फसलों को हुए नुकशान का सर्वे कर किसानों को मुआवजा दिया जाए।

ईचागपीढ़ी पंचायत के मुखिया लाखों उरांव और उप-मुखिया गुरफान अंसारी ने पुरे पंचायत का दौरा कर किसानों को हुए फसल नुकशान और मकानों की हुई छत्ति का जायजा लिया। मुखिया लाखो उरांव ने बताया कि हमलोग सुबह से ही पंचायत का भ्रमण कर नुकसान का मुआयना कर रहे है। किसानों को काफी नुकसान हुआ है। कई गरीब लोगों के कच्चे मकान बारिश की वजह से ढह चुकी है। किसानों के खेतों में लगभग तैयार सब्जियां बर्बाद हो गई है। मैं राज्य सरकार से अपील करता हूँ कि, सरकार तुरंत किसानों को हुवे नुकसान का सर्वे करा कर किसानों को तत्काल मुआवजा मुहैया कराए, ताकि किसान फिर से खड़े हो सकें, और जिन गरीबो का मकान बारिश में ढह गया है उन्हें  प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें पक्का मकान देने का काम करे।

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