धजवा पहाड़ बचाओ जनसंघर्ष समिति का आंदोलन 18 नवंबर 2021 से लगातार जारी, माले विधायक बिनोद सिंह जाएंगे धजवा पहाड़…

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रिपोर्ट- संजय वर्मा…

रांचीः पलामू जिला, पांडू प्रखंड के निवासी धजवा पहाड़ पर अवैध पत्थर खनन, आंदोलनकारियों पर दर्ज फर्जी मुकदमा हटाने और फर्जी ग्रामसभा के आधार पर हांसिल फर्जी लिज रद्द करने की मांग को लेकर पिछले वर्ष 2021 के 18 नवंबर से लगातार आंदोलन जारी रखे हुए हैं, लेकिन अब तक इस मामले पर अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी है। अधिकारियों के रवैये से ऐसा प्रतित हो रहा है मानों अवैध पत्थर खनन के लिए खनन कंपनियों को सरकार की ओर से छुट दी गई है, इसलिए कितना भी आंदोलन कर लो हम कान में तेल डाल कर सोये हुए हैं।

आंदोलनकारियों ने भी स्थानीय प्रशासन और हेमंत सरकार से दो-दो हांथ करने की ठान ली हैः  

18 नवंबर 2021 से 18 दिसंबर 2021 तक पांडू प्रखंड के कुटमू पंचायत अंतर्गत बरवाही गांव स्थित धजवा पहाड़ को खनन माफिया से बचाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना दिया गया, इसके बाद 19 दिसंबर से कुटमू पंचायत के ग्रामीणों ने जल-जंगल और जमीन की रक्षा के लिए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरु किया है, जो अब तक जारी है। इस बीच ग्रामीणों ने अपने संवैधानिक अधिकारों के तहत लोकतांत्रिक तरीके से जिले के उपायुक्त कार्यालय के समक्ष महा धरना देते हुए उपायुक्त को मांग पत्र सौंपा, इसके बाद झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान विधानसभा के समक्ष भी अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन अब तक स्थानीय प्रशासन की ओर से अवैध खनन कर रही कंपनी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नही किया गया है।

अंचल कार्यालय की नापी में साबित हो चुका है कि खनन कंपनी अवैध खनन कर रही हैः

उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति द्वारा महाधरना दिए जाने के बाद, अंचल कार्यालय से पहुंचे अमीन और सीआई ने धजवा पहाड़ के पास स्थित प्लॉट नः 1046 की नापी करने के बाद स्पष्ट रुप से कहा है कि खनन प्लॉट न. 1046 में करना था, लेकिन कंपनी प्लॉट न. 1048 में खनन कर रही है, जो अवैध है। बावजुद कंपनी पर अब तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। ग्रामीणों का ये भी आरोप है कि प्लॉट न. 1046 के लिज के लिए भी गांव में कभी भी ग्रामसभा की बैठक नही हुई है, इसलिए खनन विभाग द्वारा खनन कंपनी को लिज देना भी अवैध है। इसलिए लिज देने वाले अधिकारियों पर भी मामला दर्ज कर कानून सम्मत कार्रवाई होनी चाहिए।

पांडू थाना प्रभारी और कंपनी ने साठगांठ कर अवैध खनन का विरोध करने वाले आंदोलनकारियों पर दर्ज करवाया फर्जी मुकदमाः

धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति द्वारा शुरु किए गए आंदोलन के प्रथम चरण में ही कंपनी के लोगों ने पांडू थाना प्रभारी के साथ साठगांठ कर आंदोलनकारियों पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया है, जैसा की ग्रामीण बता रहे हैं। थाना प्रभारी ने आंदोलनकारियों को धमकी देते हुए आंदोलन खत्म करने के लिए धमकी दे चुके है। इतना ही नहीं थाना प्रभारी महोदय कंपनी के लोगों के साथ धरना स्थल पर पहुंच कर धरने में बैठे बुजूर्ग आंदोलनकारियों के साथ धक्का मुक्की करने के साथ-साथ टेंट और टेंट में रखे सामानों को भी नष्ट किया है, जो कंपनी के इशारे पर किया गया है। इससे साफ स्पष्ट होता है कि जिले का खनन विभाग, स्थानीय थाना और प्रखंड के साथ-साथ अंचल कार्यालय खनन माफियाओं की गिरफ्त में है, इसलिए अन्याय और गलत का साथ ये सभी विभागीय अधिकारी दे रहे हैं।

संविधान प्रदत लोकतांत्रिक अधिकारों पर भी भ्रष्ट अधिकारी कर रहे हैं कुठाराघातः

झारखंड में जल जंगल और जमीन की लूट सरकारी संरक्षण में हो रहा है, ये किसी से छिपा हुआ नही है। क्योंकि स्वयं झारखंड हाईकोर्ट ये कह चुकी है कि जल-जंगल और जमीन की लूट हम बर्दास्त नही करेंगे। बावजुद इसके विलासितापूर्ण जीवन जीने की ईच्छा रखने वाले भ्रष्ट लोग, जल-जंगल और जमीन की लूट में सहभागी बने हुए हैं। भारत का संविधान जो भारत के नागरीकों को अन्याय के खिलाफ खड़े होने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने का अधिकार भी देता है, उस लोकतांत्रिक अधिकारों पर भी आताताई अधिकारी कुठाराघात करने से बाज नही आ रहे हैं। आंदोलनकारियों के धरना स्थल में लगे टेंट को थाना प्रभारी और कंपनी के लोगों द्वारा तहत-नहस करना इस बात का प्रमाण है।

सिर कटा लेंगे, लेकिन धजवा पहाड़ को काटने नहीं देंगेः आंदोलनकारी

धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति के आंदोलनकारियों ने ठान लिया है कि सिर कटा लेंगे, लेकिन धजवा पहाड़ को कटने नही देंगे, अंतिम सांस तक धजवा पहाड़ को कटने से बचाने के लिए आंदोलन जारी रखा जाएगा। इसी कड़ी में अब आंदोलनकारी कड़कड़ाती ठंड में भी पुरे पांडू प्रखंड का दौरा कर भिक्षाटन कर रहे हैं। आदोलनकारियों को प्रखंड के लोग पुरा सहयोग कर रहे हैं, कोई क्षमतानुशार रुपये देकर आर्थिक मदद कर रहा है, तो कोई आदोलनकारियों को घर में रखे अनाज दे कर मदद कर रहे हैं। ग्रामीणों के इस सहयोग से आंदोलनकारियों का मनोबल आंदोलन के दो माह बाद भी उंचा बना हुआ है, जिससे स्पष्ट है कि इस अवैध पत्थर खनन के खिलाफ पांडू प्रखंड के लोग झुकने वाले नही है, चाहे आताताई कितना भी दांव चल लें।

19 जनवरी को माले विधायक बिनोद सिंह जाएंगे धजवा पहाड़ः

गरीब, शोषित, पीड़ित और अपने संवैधानिक अधिकारों को लेकर संघर्ष करने वाले लोगों के साथ खड़े रहने वाली पार्टी, माले के बगोदर से विधायक, बिनोद सिंह आगामी 19 जनवरी को पांडू प्रखंड स्थित धजवा पहाड़ पहुंचेंगे और आंदोलनकारियों से मुलाकात कर उनके संघर्ष में साथ देंगे। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान जब विधानसभा के समीप धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया जा रहा था, उसी दौरान माले विधायक विनोद सिंह धरना स्थल पर पहुंच कर आंदोलनकारियों को हर संभव मदद का आश्वासन दिये थें। चुंकि इस दिन शीतकालीन सत्र का अंतिम दिन था, इसलिए विनोद सिंह इस मामले को विधानसभा में नही उठा पाए थें, लेकिन उन्होंने आश्वासन जरुर दिया था कि, इस मामले को छोड़ा नही जाएगा। धजवा पहाड़ के अवैध लिज में जितने भी लोग शामिल हैं, सभी को सलाखों के अंदर भेजने तक आंदोलन जारी रहेगा और माले आंदोलनकारियों के साथ खड़ा रहेगा।  

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