नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण को लेकर 17 नवंबर को आजसू पार्टी का राज्यव्यापी आंदोलन……
रिपोर्ट:- वसीम अकरम….
राँची: झारखंड एवं झारखंडियों की बेहतरी और उत्थान के लिए राज्य सरकार स्थानीयता को आधार बनाते हुए अविलंब नियोजन नीति लाए। राजनीतिक मजबूरियों में ही सही, सरकार 11 नवंबर को 1932 खतियान आधारित स्थानीयता विधेयक पारित करने जा रही है, जिसका आजसू पार्टी समर्थन करेगी। साथ ही साथ स्थानीयता का निर्धारण ही नियोजन का आधार बने, इसे लेकर आजसू का संघर्ष जारी रहेगा।
विधेयक में ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने की बात भी की गई है, लेकिन जातीय जनगणना कराने से सरकार बच रही है। जबकि हम इस विषय पर लगातार जोर दे रहे हैं। पिछड़ों को उनका संवैधानिक अधिकार और वाजिब भागीदारी मिले, इसके लिए राज्य में जातीय जनगणना की निहायत जरूरत है। राज्य सरकार अपने स्तर से जातीय जनगणना कराने की पहल करे। जातीय जनगणना से हर व्यक्ति की सामाजिक, आर्थिक स्थिति का सही आंकलन संभव है तथा समेकित विकास की रूपरेखा तैयार करने, नीतियां बनाने का प्रमुख आधार भी है। जातीय आंकड़ें आरक्षण की सीमाएं तय करने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।
यह बातें झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कही। गौरतलब है कि आज राज्य के सभी 24 जिलों में आजसू पार्टी जिला कार्य समिति की बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सरकार द्वारा नगर निकाय चुनाव में पिछड़ों का आरक्षण खत्म करने के विरोध में 17 नवंबर को होने वाले राज्यव्यापी आंदोलन को लेकर चर्चा की गई। ज्ञात हो कि इसी वर्ष होने वाले नगर निकाय चुनाव में ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को सरकार ने अनारक्षित कर दिया है, जिसे लेकर राज्य की बड़ी आबादी के बीच आक्रोश है। इसे लेकर झारखंड के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो के नेतृत्व में आजसू पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने 03 नवंबर को राज्यपाल रमेश बैस से भी मुलाकात की।
जिला कार्य समिति की बैठक में आजसू पार्टी के भावी कार्यक्रमों को लेकर भी चर्चा की गई, जिसमें 18 नवंबर को आजसू पार्टी केंद्रीय कमिटी की बैठक, 20 नवंबर को बेरमो में होने वाला अखिल झारखण्ड श्रमिक संघ का राज्यस्तरीय सम्मेलन, 27 नवंबर को रांची में होने वाला अखिल झारखण्ड बुद्धिजीवी मंच का राज्यस्तरीय सम्मेलन तथा कोनार डैम क्षेत्र, मांडू में 04 दिसंबर को होने वाला अखिल झारखण्ड महिला संघ का राज्यस्तरीय सम्मेलन मुख्य रुप से शामिल है।
जिला कार्य समिति की बैठक में ये रहें उपस्थित –
सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी-बोकारो में, विधायक डॉ. लंबोदर महतो – गिरिडीह में, पूर्व मंत्री उमाकांत रजक-धनबाद में, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस-सराईकेला खरसावां में, केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी -गुमला एवं लोहरदगा में, मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत-रामगढ एवं चतरा में, पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता-पलामू में, एमटी राजा -साहेबगंज में, रविशंकर मौर्या -पूर्वी सिंहभूम में, केंद्रीय महासचिव रोशन लाल चौधरी-कोडरमा में, दीपक मंडल -पाकुड़, गोपीनाथ सिंह-सिमडेगा में, रामदुलर्भ सिंह मुंडा-खूंटी में, केंद्रीय उपाध्यक्ष सपन सिंह देव-पश्चिमी सिंहभूम में, तरुण गुप्ता-दुमका एवं जामताड़ा में, केंद्रीय सचिव मनोज चंद्रा-हजारीबाग में, केंद्रीय सचिव अजय सिंह-गोड्डा में, केंद्रीय सचिव सतीश कुमार-गढ़वा में, केंद्रीय सचिव लाल गुड्डू नाथ शाहदेव-लातेहार में, शालिनी गुप्ता -देवघर, केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता रांची में मुख्य रुप से उपस्थित रहें। साथ ही साथ बैठक में जिला कमिटी के सभी सदस्य, केंद्रीय समिति के सदस्य, सभी अनुषंगी इकाई के जिलाध्यक्ष एवं सचिव, सभी प्रखंड/नगर के अध्यक्ष एवं सचिव तथा जिला परिषद सदस्य, प्रमुख एवं उपप्रमुख मौजूद रहें।