प्रशासन ने आजसू का विधानसभा घेराव कार्यक्रम किया विफल, विधानसभा से दलादिली पहुंचे सुदेश महतो हजारों कार्यकर्ताओं को किया संबोधित…

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रिपोर्ट- वसीम अकरम…

1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय और नियोजन नीति लागू करने की मांग।

ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग।

बाहरी भाषाओं को क्षेत्रीय भाषाओं की सूचि से हटाने की मांग

रांचीः आजसू पार्टी के पूर्व घोषित विधानसभा घेराव कार्यक्रम के तहत पूरे राज्य से हजारों की संख्या में आजसू कार्यकर्ता सोमवार को विधानसभा घेराव करने रांची पहुंचे। लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा  विधानसभा सत्र और कोविड-19 को देखते हुवे विधि व्यवस्था भंग होने की संभावना का हवाला देते हुए राजधानी रांची में धारा 144 लगाया गया। प्रशासन की ओर से शहर में प्रवेश करने वाले तमाम सड़कों पर बैरिकेडिंग लगाकर रैली में शामिल होने के लिए पहुंच रहे कार्यकर्ताओं को रोका गया।

विधानसभा से कार्यकर्ताओं के बीच, दलादिली चौक पहुंचे सुदेश महतोः

पुलिस प्रशासन की लाख सख्ती के बावजुद रिंग रोड दालादिली चौक के समिप हजारों आजसू कार्यकर्ता जुटें। इस दौरान मौके पर आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो भी दलादिली चौक कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे। मौके पर प्रशासन द्वारा सड़क पर बैरिकेडिंग लगाकर सभी कार्यकर्ताओं को विधानसभा की ओर जाने से रोक दिया। इस दौरान कार्यकर्ता सड़क पर ही बैठकर घंटों राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते रहें। मौके पर सुदेश कुमार महतो भी सड़क पर धरना में बैठ कर राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, यह सरकार झारखंडियो की विरोधी सरकार है। यह सरकार लाठी गोलियों के बल पर तानाशाही सरकार चला रही हैं। आज हमारे हजारों कार्यकर्ता 1932 खतियान, स्थानीय नीति, नियोजन नीति, आरक्षण सहित जनहित के मुद्दों को लेकर विधानसभा शांतिपूर्ण तरीके से पहुंच रही थी। लेकिन सत्ता का दुरुपयोग करते हुए सभी कार्यकर्ताओं को विधानसभा पहुंचने से पहले ही रोक दिया गया। लेकिन आजसू के कार्यकर्ता यहां रुकने वाली नहीं हैं, अगर हमारी मांगों को राज्य सरकार पूरा नहीं करती है, तो यह आंदोलन लगातार चलते रहेगी।

सुदेश महतो ने स्वयं कार्यकर्ताओं को जबरन विधानसभा की ओर जाने से रोकाः

सुदेश महतो के भाषण समाप्त होते ही हजारों कार्यकर्ता पुलिस की लगाई गई बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे निकल गई जिससे कुछ देर के लिए अफरा तफरी का माहौल बन गया। हालांकि बाद में स्वयं आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने सभी कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोक लिया और सरकार को 14 अप्रैल तक 1932 का खतियान लागू करने, स्थानीय नीति, नियोजन नीति, ओबीसी को 27% आरक्षण, लागू करने का अल्टीमेटम दिया।

मौके पर आजसू पार्टी के वरिष्ठ नेता सह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी, विधायक लंबोदर महतो, उमाशंकर रजक, पूर्व विधायक रामचंद्र सहिस, केन्द्रीय प्रवक्ता डा देवशरण भगत, समेत जिले के तमाम पदधारी शामिल रहें।

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