धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति सीएम को सौंपेगा ज्ञापन और 14 दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष महाधरना….

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रिपोर्ट- संजय वर्मा…

  • धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक समेत 5 लोगों पर कंपनी ने दर्ज करवा फर्जी केस।
  • 20वें दिन भी धजवा पहाड़ पर अनिश्चितकालीन धरना जारी।
  • धजवा पहाड़ पर हुआ जनसंगठनों का जुटाव।
  • सीएम को सौंपा जाएगा ज्ञापन और 14 दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष महाधरना।

रांचीः पलामू जिला के पांडू प्रखंड में खनन माफिया से धजवा पहाड़ को बचाने के लिए अनिश्चितकालीन धरना दे रहे भू-रैयत और ग्रामीणों पर शासक वर्ग का अत्याचार बढ़ता ही जा रहा है, ताकि किसी तरह ये अनिश्चितकालीन धरना समाप्त हो जाए और कंपनी, अधिकारियों के साथ स्थानीय पुलिस के लिए अवैध कमाई का मार्ग प्रशस्त हो जाए। लेकिन अच्छी खबर ये है कि, इन आताताईयों से दो-दो हांथ करने के लिए स्थानीय भू-रैयत, ग्रामीण और कई जनसंगठन भी कमर कस चुकी हैं। इन्होने ठान लिया है कि, सिर्फ धजवा पहाड़ ही नही बचाएंगे, बल्कि पूरे पलामू प्रमंडल से खनन माफियाओं को उखाड़ फेंकने के साथ माफियाओं का साथ देने वाले अधिकारी और सफेदपोशों को भी बेनकाब करेंगे साथ ही धजवा पहाड़ खनन माफियाओं से बचा कर, पूरे पलामू जिला में सत्य की जीत का परचम भी लहराएंगे।

अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे भू-रैयत और ग्रामीणों पर खनन कंपनी ने थाने में दर्ज करवाया झुठा केसः अरविंद पाल

पांडू प्रखंड बरवाही गांव के भू-रैयत और ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 20वें दिन भी धजवा पहाड़ पर जारी है। धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति के इस लोकतांत्रिक आंदोलन से गलत कार्यों को बढ़ावा देने वाले अधिकारी और अवैध उत्खनन कर रहे कंपनी के निदेशक इतने घबरा गए हैं, कि उन्होंने साम-दाम-दण्ड-भेद का उपयोग करते हुए धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अरविंद पाल, संजय पाल, संजय पासवान, राजु पाल और अवधेश पाल पर कंपनी के क्रशर में जाकर तोड़फोड, आगजनी करने और 5 लाख रुपये रंगदारी मांगने का मामला दर्ज करवा दिया है। शिवालया कंपनी के कर्मचारी साहिल ने ये मामला दर्ज करवाया है, जो अपने आप को रोहतक का निवासी बता रहा है।

अंचल कार्यालय की नापी में साबित हो चुका है कि, धजवा पहाड़ पर कंपनी कर रही है अवैध पत्थर खननः

धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अरविंद पाल ने बताया कि, कंपनी की पोल सरकारी अमीन द्वारा की गई नापी में खूल चुकी है। अंचल कार्यालय के अमीन ने नापी के बाद स्पष्ट कर दिया कि, कंपनी प्लॉट नंबर 1048 में खनन कर रही है। जबकि खनन के लिए पट्टा कंपनी को प्लॉट नंबर 1046 का हांसिल है। अरविंद पाल ने ये भी बताया कि, खनन के लिए जब गांव में ग्रामसभा की बैठक हुई ही नहीं है, तो कंपनी को प्लॉट नंबर 1046 का लिज कैसे मिल गया? इससे साबित होता है कि अधिकारियों के साथ मिली भगत कर गलत तरीके से कंपनी ने लिज पट्टा हांसिल किया है।    

धजवा पहाड़ पर जीत का ध्वज फहराने के लिए आंदोलन के रणनीतिकारों ने की बैठकः

लगातार 20वें दिन भी धजवा पहाड़ पर आंदोलनकारी डटे हुए हैं। 20वें दिन, बुधवार को बैठक में जनसंग्राम मोर्चा के केन्द्रीय अध्यक्ष युगल किशोर पाल, सीपीआईएम रेड स्टार के राज्य सचिव वशिष्ठ तिवारी, जन क्रांति मंच के अध्यक्ष शत्रुघ्न कुमार शत्रु, अशोक पाल, रवि पाल के अलावा और भी कई जनसंगठन के नेता पहुंचे और स्थानीय भू-रैयत और सैंकड़ों ग्रामीणों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाई। इस दौरान मौके पर उपस्थित विभिन्न जन संगठन के नेताओं ने पूरे घटनाक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि, धजवा पहाड़ पर हो रहा पत्थर उत्खनन अवैध है, जो अमीन की नापी से साबित हो चुका है और कंपनी को जिस प्लॉट का लिज मिला है, वो भी फर्जी है। फर्जी लिज देने के मामले में सही से जांच हो तो कई अधिकारी भी नपेंगे, क्योंकि फर्जी ग्रामसभा और कागजातों के आधार पर कंपनी को लिज पट्टा देने का काम अधिकारियों ने किया है।

10 दिसंबर को सीएम को सौंपा जाएगा ज्ञापन और 14 दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष महाधरनाः  

आंदोलनकारियों के साथ हुई बैठक के बाद, जनक्रांति मंच के अध्यक्ष, शत्रुघ्न कुमार शत्रु ने आगे की रणनीति की जानकारी देते हुए कहा, कि आगामी 10 दिसंबर को सीएम, हेमंत सोरेन मेदिनीनगर पहुंच रहे हैं, जहां धजवा पहाड़ बचाओ संघर्ष समिति की ओर से मांगो से संबंधित एक ज्ञापन सीएम को सौंपा जाएगा और इसके बाद 14 दिसंबर को उपायुक्त कार्यालय के समक्ष महाधरना दिया जाएगा, जिसमें स्थानीय भू-रैयत, प्रभावित होने वाले सैंकड़ों ग्रामीण और आंदोलन को समर्थन दे रहे सभी जनसंगठनों के नेता और कार्यकर्ता मौजुद रहेंगे।   

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