रिपोर्ट- बिनोद सोनी….
रांचीः देश के मदर इंडस्ट्रीज, हेवी इंजीनियरिंग कारपोरेशन को बदहाली से उबारने के लिए जहां एचईसी के कर्मचारी और पदाधिकारी आंदोलनरत्त हैं, वहीं राज्य की कई राजनीतिक पार्टियां भी अब एचईसी के कर्मचारी और पदाधिकारियों के समर्थन में आंदोलन का बिगूल फूंक चुके हैं।
जिला स्कूल प्रांगण से राजभवन तक किया गया मार्चः
एचईसी को बचाने के लिए सत्ता पक्ष के सभी दलों के नेता और कार्यकर्ताओं ने शनिवार को राजधानी रांची के बिचोबीच स्थित जिला स्कूल प्रांगण से राजभवन तक पैदल मार्च किया और राजभवन के समिप पहुंच कर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार को सचेत करते हुए कहा गया कि, देश में उद्योगों की जन्मदाता, देश के मदर इंडस्ट्री एचईसी को पूर्व की तरह संचालित करने के लिए तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
जरुरत पड़ने पर संसद भवन का किया जाएगा बिजली बंदः महेन्द्र पाठक
प्रदर्शन में शामिल सीपीआई के राज्य सचिव, महेंद्र पाठक ने कहा कि देशभर में पूरे सार्वजनिक संस्थाओं को मौजूदा केंद्र सरकार बेचने का काम कर रही है और एचईसी को भी बेचने की तैयारी में है। लेकिन एचईसी के कर्मचारी झारखंड की जनता और यहां के राजनीतिक दल केन्द्र सरकार के इस मनसुबे को सफल होने नही देगी। एचईसी को बचाने के लिए देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। जरुरत पड़ने पर संसद की बत्ती गुल कर दी जाएगी। झारखंड के कोयले से पुरा भारतवर्ष में रोशनी बिखेरी जाती है, लेकिन झारखंड के साथ केन्द्र की सरकार भेदभाव कर रही है। अगर जल्द ही केन्द्र सरकार एचईसी को बचाने के लिए आगे नही आती है, तो झारखंड से कोयला दूसरे प्रदेशों में जाने नहीं दिया जाएगा।