भारत सरकार के नीति आयोग की टीम पिठोरिया में, किसानों के खेतों पर लगे ड्रिप इरिगेशन का किया निरीक्षण…..

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रिपोर्ट:- वसीम अकरम….

राँची: भारत सरकार के नीति आयोग की टीम बुधवार को अहले सुबह राजधानी रांची के कांके प्रखंड के पिठोरिया और इचापीड़ी पंचायत पहुँची। इस दौरान भारत सरकार के नीति आयोग के वाइस चेयरमैन सुमन कुमार बेरी और उनके निजी सचिव अमित वर्मा अपनी टीम के साथ पिठोरिया स्थित प्राथिमिक स्वास्थ्य केंद्र और इचापीड़ी पंचायत के किसानों के खेतों पर लगे ड्रिप इरिगेशन का निरीक्षण किया।

मौके पर आयोग के वाईस चेयरमैन सुमन कुमार बेरी की टीम ने पिठोरिया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में दवाई को लम्बे समय तक मानक तापमान में रखने हेतु नए कोल्ड चेन सेंटर का निरीक्षण किया। निरीक्षण में सिविल सर्जन रांची ने कोल्ड चेन के उपयोग के बारे मे बताया, साथ नीति आयोग के टीम ने आयुष चिकित्सा के बारे में जानकारी प्राप्त की।

वहीं आयोग की टीम ने इचापीड़ी पंचायत के किसानों के खेतों पर लगे सब्जियों का निरीक्षण किया और खेतों पर मौजूद किसानों से भी बातें कर उनके द्वारा खेती करने के तरीके को जाना और साथ ही उनकी समस्याओं को भी सुना।

मौके पर इचापीड़ी पंचायत के पंचायत समिति सदस्य ऐनुल हक अंसारी ने कहा कि पहली बार हमारे पंचायत पर कोई केंद्र सरकार की टीम आई है। यह हम सभी किसानों के लिए बहुत ही हर्षोल्लास की बात है। हम लोगों से खुलकर टीम के लोगों ने बातें की और समस्याओं से अवगत भी हुए। पिठोरिया क्षेत्र किसानों का गढ़ माना जाता है यहां से सब्जियां दूसरे राज्यों पर निर्यात किया जाता है। वहीं पंचायत के उप मुख्य मोहम्मद गुफरान अंसारी ने कहा कि नीति आयोग की टीम को हम लोगों ने सिंचाई संबंधित समस्या से अवगत कराएं है। टीम को हम लोगों ने जानकारी दी है। यहां पर सिंचाई की समस्या बहुत ज्यादा है, यदि सिंचाई की व्यवस्था अगर हो जाए, तो यहां के किसान 2 गुना फसल उत्पादन कर सकते हैं। हमलोगों ने टीम के सदस्यों से क्षेत्र के किसानों के लिए डीप बोरिंग लगाने की मांग की है। अगर बोरिंग की व्यवस्था हो जाए तो उपज में 2 गुना फायदा किसानों को मिलेगा। वही कृषक मित्र सफीउल्लाह अंसारी ने कहा कि गांव में ही एक छोटी नदी बहती है, जिस पर जगह जगह पर अगर चेक डैम का निर्माण कराया जाए तो यहां के किसानों के लिए बहुत बड़ी सौगात होगी। क्योंकि पिठोरिया क्षेत्र हमेशा से कृषि के लिए जानी जाती है। लेकिन यहां गर्मी के दिनों में पानी की घोर समस्या है। मौके पर ड्रिप इरिगेशन से खेती कर रहे किसान फिरोज अंसारी ने बताया कि पिछले 2 सालों से मैं अपने खेत पर ड्रिप इरिगेशन लगाया हुआ हूं और खेती कर रहा हूँ। पहले की अपेक्षा 2 गुना अपना सब्जी उत्पादन कर रहा हूं। पहले दो से तीन फसल ही कर पाता था लेकिन अब पांच से छह फसल उत्पादन कर लेता हूं। साथ ही ड्रिप इरिगेशन से पानी की बचत और खाद्य की भी बचत होती है।

भारत सरकार के नीति आयोग के टीम के साथ मौके पर प्रमंडलीय आयुक्त दक्षिणी छोटानागपुर, उप विकास आयुक्त, रांची, अनुमंडल पदाधिकारी रांची, कृषि विभाग के पदाधिकारी, कांके अंचलाधिकारी, ग्रामीण एसपी नौशाद आलम, डीएसपी नीरज कुमार मौजूद थे।

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