नए एंटी-मॉब-लिंचिंग बिल को जल्द से जल्द अधिसूचित किया जाएः पीयूसीएल, झारखंड
ब्यूरो रिपोर्ट…
रांचीः पीयूसीएल झारखंड ने प्रेस बयान जारी कर, झारखंड सरकार का ध्यान सुबे में लगातार हुए मॉब लिंचिंग की घटनाओं की ओर आकृष्ठ कराया है। झारखंड राज्य में नए एंटी मॉब-लिंचिंग बिल के अधिनियमित होने के बावजूद, हिंसा की घटनाएं जारी हैं। इसलिए पीयूसीएल राज्य के माननीय मुख्यमंत्री से अनुरोध करती है कि, नए एंटी मॉब-लिंचिंग बिल को जल्द से जल्द अधिसूचित किया जाए, और हाल ही में यहां उल्लेखित लिंचिंग की घटनाओं के अपराधियों को तुरंत दंडित करते हुए पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए।
7 जनवरी 2022 को वरिष्ठ भाजपा नेताओं की उपस्थिति में मुस्लिम युवक को थूक चटवा कर जय श्रीराम का नारा लगवाया गयाः
हाल ही में एंटी-मॉब लिंचिंग बिल के पारित होने के बाद, भीड़ न्याय की कई घटनाएं सामने आई हैं, जो नागरिकों की सुरक्षा और ऐसे भीषण अपराध को रोकने में प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़ी करती हैं। 7 जनवरी, 2022 को धनबाद में जीशान खान नाम के एक मुस्लिम व्यक्ति को भीड़ ने पीटा व उसे अपना थूक चटवा कर जय श्री राम के नारे लगाने पर मजबूर किया। जीशान द्विध्रुवी विकार से पीड़ित है और यह आरोप लगाया गया था कि उसने पीएम की हालिया पंजाब यात्रा के दौरान सुरक्षा चूक का विरोध करने वाले भाजपा नेताओं में से एक के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। यह घटना उस समय हुई जब पार्टी के धनबाद विधायक राज सिन्हा और धनबाद के सांसद पीएन सिंह विरोध प्रदर्शन में मौजूद नेताओं में शामिल थें। धनबाद में जिम्मेदार लोगों की उपस्थिति में हुई घटना अंत्यंत शर्मनाक है व झारखंड के साझा संस्कृति में जहर घोलने का प्रयास है, जो काफी निंदनीय है।
4 जनवरी 2022 को भीड़ तंत्र ने साल का पेड़ काटने पर संजू प्रधान को आग के हवाले कर दियाः
4 जनवरी 2022 को सिमडेगा जिला के कोलेबिरा थाना क्षेत्र में ग्राम सभा द्वारा चेतावनी दिए जाने के बावजूद, खुंटकटी जंगल से साल का पेड़ काटने के आरोप में, बम्बलकेरा छबरीडिपा गांव निवासी संजू प्रधान नामक युवक को ग्रामीणों द्वारा जान मार कर जला दिया गया। ग्रामसभा की बैठक में आने से मना करने पर ग्रामीण उसके घर पहुंचे और उसे बाहर निकाल कर पीट-पीट कर मार डाला और जला दिया। यह घटना पुलिस कर्मियों की उपस्थिति में हुआ। पीड़ितों के बयान के अनुसार भीड़ को तितर-बितर करने के लिए घटनास्थल पर उपस्थित पुलिस द्वारा कोई प्रयास नहीं किया, ऐसे में पुलिस व वन विभाग की भूमिका पे गहरा सवाल उठता है। चुप चाप खड़े रहने में वह भी दोषी से कम नहीं।
गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र के लकेया गांव में दो सगे भाइयों को भीड़ तंत्र ने पीटा, एक भाई के आंख में गंभीर चोट आईः
गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र के लकेया गांव में दो सगे भाइयों (संजय उरांव और अजय उरांव) को ग्रामीणों की भीड़ ने उनकी मां हरि उरांव की पत्नी महादमिया देवी के खिलाफ आरोप-प्रत्यारोप पर डंडे से बांधकर पीटा, जिससे एक भाई की आंख में गंभीर चोट आई है। इस तरह की घटनाएं जनता की अंतरात्मा को झकझोर देती हैं और हमें सवाल करने पर मजबूर कर देती हैं कि, क्या हम इस माहौल में सुरक्षित हैं?
PUCL झारखँड की राज्य सरकार से मांगः
राज्य के माननीय मुख्यमंत्री से विनम्रतापूर्वक अनुरोध है कि, इन मामलों पर संज्ञान लें और उपरोक्त मॉब लिंचिंग की घटनाओं के अपराधियों को जल्द से जल्द दंडित करें। पीयूसीएल इन घटनाओं की कड़ी निंदा करती है। पीयूसीएल सरकार से अनुरोध करती है कि, इन सभी घटनाओं में पीड़ितों और पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द पर्याप्त मुआवजा प्रदान किया जाए। इसके अलावा, इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि, उन भाजपा नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, जो लिंचिंग के दृश्य में हस्तक्षेप करने और उक्त घटना में उनकी भूमिका निर्धारित करने में विफल रहे। साथ ही सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में लिंचिंग की घटनाओं में भाग लेने वाले सभी लोगों की पहचान की जानी चाहिए और उनके खिलाफ तुरंत उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।