मजलुमों पर लाठी चार्ज और अपशब्दों की बौछार करना, महंगा पड़ा झरिया इंस्पेक्टर पीके सिंह को….

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रिपोर्ट- अशोक कुमार, धनबाद…

धनबादः  बिते 31 मार्च को झरिया थाना के इंस्पेक्टर, पीके सिंह का एक वीडिया काफी तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें इंस्पेक्टर पीके सिंह मृतक के परिजनों को काफी घटिया तरीके से अपशब्द बोलते हुए परिजन और इनके साथ पहुंचे लोगों पर काफी बेरहमी से लाठी भांजते नजर आएं। यहां इंस्पेक्टर पीके सिंह, न्याय दिलाने वाले पुलिस अधिकारी नहीं बल्कि कंपनी के लठैत प्रतित हो रहे थें, क्योंकि बार बार इंस्पेक्टर पीके सिंह, परिजनों से ये पुछते नजर आएं कि, यहां आने का मक्सद क्या है? जबकि इंस्पेक्टर को इस बात की जानकारी थी कि, मृतक इसी कंपनी में नौकरी करता था, इसलिए शव को लेकर मृतक के परिजन और स्थानीय लोग मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

सिविल एडमिनिस्ट्रेशन और पुलिस ने की घटना की जांचः

झरिया थाना के इंसपेक्टर, पी.के. सिंह द्वारा मृतक के परिजनों पर लाठी चार्ज करने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ था, जिसे देखने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले की जांच का आदेश दिया। जिले के एसपी ने पुलिस प्रशासन की ओर से सिंदरी डीएसपी को जांच का जिम्मा सौंपा, वहीं सिविल एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से जिले के एसडीएम ने जांच शुरु की।

मुआवजे के लिए परिजन लोगों के साथ कंपनी में आए थें, जो कहीं से गलत नही हैः सुरेन्द्र कुमार, एसडीएम

जांचोपरांच जिले के एसडीएम, सुरेन्द्र कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मुआवजे के लिए अगर परिजन कंपनी में पहुंचे थें, तो ये कहीं से गलत नही है। लेकिन पुलिस द्वारा जिस तरह का व्यवहार मृतक के परिजनों के साथ किया गया, वो कहीं से भी सही नही है। इस घटना से पुलिस प्रशासन की छवि खराब हुई है। एसडीएम ने ये भी कहा कि, कंपनी के भी कागजातों की जांच की जा रही है।

लॉ एंड ऑर्डर की कुछ समस्या हुई थीः डीएसपी, सिंदरी

पुलिस प्रशासन की ओर से मामले की जांच कर रहें सिंदरी डीएसपी, अजित कुमार सिन्हा ने बताया कि, कुछ लॉ एंड ऑर्डर की समस्या उत्पन्न होने की बात कही जा रही है, जिसके बाद कंपनी प्रबंधक द्वारा पुलिस को बुलाया गया था। लेकिन जब मीडिया कर्मियों ने सिंदरी डीएसपी से ये सवाल किया कि, पूर्व में भी यहां कई घटनाएं हो चुकी है, उस वक्त कंपनी वालों ने पुलिस को क्यों नहीं बुलाया? इस पर डीएसपी, अजीत कुमार सिन्हा ने मौन धारन कर लिया।

आईजी, प्रिया दुबे ने जांच रिपोर्ट मिलने के बाद झरिया इंस्पेक्टर, पीके सिंह को किया निलंबितः

वायरल वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि, मृतक के परिजन काफी ठंडे दिमाग से झरिया इंस्पेक्टर के हर सवालो का जवाब दे रहे हैं, लेकिन इंस्पेक्टर पीके सिंह परिजनों के साथ दबंगई के साथ पेश आ रहे है। हर उस अपशब्द का प्रयोग कर रहे हैं, जो एक पुलिस अधिकारी को नहीं करना चाहिए। बल्कि ऐसे मामलों में धैर्य और समझदारी दिखाते हुए मामले का समाधान करने का प्रयास होना चाहिए था, लेकिन इंस्पेक्टर की कार्यशैली से ये प्रतित हो रहा था कि, इन्होंने कंपनी का ही साथ देने की ठानी ली थी। फिलहाल आईजी प्रिया दुबे ने आरोपी इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है।

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