मृतक के परिजनों पर पुलिस की बर्रबरता, लाठी और अपशब्दों की झरिया पुलिस ने की बौछार….
रिपोर्ट- अशोक कुमार, धनबाद…
धनबादः बीसीसीएल के ऐना आउट सोर्सिंग कंपनी में कार्यरत हाजरी बाबू की हत्या के बाद जब बुधवार को परिजन मुआवजा की मांग को लेकर आउटसोर्सिंग कंपनी पहुंचे, तो परिजनों की मुलाकत कंपनी प्रबंधक से तो नही हुई, लेकिन कंपनी के पक्ष में दीवार की तरह खड़ी झरिया पुलिस से जरुर हुई। यहां मुआवजा की मांग को लेकर पहुंचे परिजनों पर झरिया पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी और हर उस घटिया से भी घटिया अपशब्दों का प्रयोग किया जो “पुरुषार्थी लिप्सा रहीत सहयोगी” को शोभा नहीं देता। झरिया पुलिस की इस अभद्रता पूर्ण कार्रवाई से झारखंड पुलिस की छवि धुमिल हुई है।
मृतक के परिजन शव लेकर मुआवजे की मांग कर रहे थेंः
मामला झरिया के बीसीसीएल अन्तर्गत ऐना आउट सोर्सिंग परियोजना के आर के ट्रांसपोर्ट की है। यहां हाजरी बाबू के पद पर कार्यरत मोहित कुमार की हत्या सोमवार को कर दी गई थी। इसके बाद मृतक के परिजन और स्थानीय लोग शव लेकर आउटसोर्सिंग कंपनी पहुंचे और मुआवजे की मांग करने लगे। इस दौरान मौके पर मौजुद झरिया पुलिस ने शव हटाने की बात कहते हुए परिजन और स्थानीय लोगों पर लाठी चार्ज शुरू कर दी, जिसमें कई लोगों को चोट आई है। झरिया पुलिस ने मृतक के भाई को भी नही बख्सा, उन पर लाठी की बौछार करते हुए अपशब्दों का प्रयोग किया। पुलिस की इस कार्यशैली से मृतक के परिजन और स्थानीय लोगों में आक्रोश है।
हाजरी बाबू, मोहित कुमार की हत्या बीते सोमवार को कर दी गई थीः
जानकारी देते चलें कि आउटसोर्सिंग में कार्यरत मोहित कुमार की हत्या कर दी गई थी। जिनका शव गिरिडीह के निमियाघाट थाना क्षेत्र से पुलिस ने बरामद किया था, जबकि उनकी मोटरसाइकिल तेतुलमारी से बरामद हुआ था। मृतक के शरीर पर गहरे जख्म के निशान भी थे। फिलहाल पुलिस हत्या मामले की जांच कर रही है, लेकिन परिजनों के उपर झरिया इंस्पेक्टर द्वारा की गई कार्रवाई की जितनी भी निंदा की जाए वो कम है।