होप फोर कैंसर पेशेंट्स संस्था ने बोरियो पंचायत के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में आदिम जनजाति परिवारों के बीच चलाया जागरुकता कार्यक्रम, 50 परिवारों के बीच खाद्य सामाग्री और मास्क का किया वितरण..
ब्यूरो रिपोर्ट ताजा खबर झारखंड…
साहिबगंजः देश में कैंसर रोगियों के लिए काम करन वाली संस्था, “होप फोर कैंसर” झारखंड के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना बीमारी और कोविड-19 वैक्सिनेशन को लेकर जागरुकता फैलाने का भी काम कर रही है। इसी कड़ी में “होप फोर कैंसर” संस्था द्वारा साहिबगंज जिला बोरियो प्रखंड के मोतीपहाड़ी पंचायत अंतर्गत कबड़ा गांव में कोविड-19 वैक्सिनेशन को लेकर जागरुकता अभियान चलाया गया। इस दौरान संस्था द्वारा ग्रामीणों के बीच खाद्या सामाग्री और मास्क को भी वितरण किया गया।
जागरुकता कार्यक्रम से प्रेरित होकर आदिम जनजाति परिवारों ने वैक्सीन लेने की बात कहीः
कबड़ा गांव में संस्था के सदस्यों ने पहाड़िया जनजाति के लोगों के बीच कोरोना व कैंसर से बचाव की जानकारी देने के साथ-साथ कोविड-19 टीकाकरण के बारे में भी जानकारी दी, साथ ही टीका लेने के लिए प्रेरित भी किया। इस दौरान ग्रामीणों को संस्था के सदस्यों ने टीकाकरण करवाते हुए संस्था के सदस्यों का फोटोग्राफ्स भी दिखाया, ताकि टीकाकरण को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों मे जो भ्रम की स्थिति बनी हुई है, उसे दूर किया जा सके। ग्रामीणों ने मामले की गंभीरता को समझने के बाद बताया कि कोरोना बीमारी और इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा दी जा रही कोविड़-19 टीका के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन अब आपलोगों के माध्यम से जानकारी मिली है, तो ग्रामीण टीकाकरण जरुर करवाएंगे।
50 आदिम जनजाति परिवारों के बीच संस्था द्वारा खाद्य सामाग्री का वितरण किया गयाः
संस्था सदस्यों ने बताया की कोरोना बीमारी से बचाव का एक मात्र उपाय टीकाकरण और एहतियात बरतना ही है। ऐसा करके हम खुद भी सुरक्षित रह सकते हैं और अपने परिवार को भी इस गंभीर बीमारी से बचा सकते हैं। संस्था द्वारा जागरुकता कार्यक्रम के दौरान 50 आदिम जनजाति परिवारों के बीच खाद्य सामाग्री और मास्क का वितरण भी किया गया। संस्था की सदस्या पिंकी मुर्मू और शिखा पहाड़िन ने स्थानीय भाषा में भी ग्रामीणों को जागरुक किया, जिससे ग्रामीण काफी प्रेरित हुएं।
ज्यादा से ज्यादा जागरुकता अभियान चलाने की जरुरतः सीमा सिंह, मैनेजिंग ट्रस्टी, होप फोर कैंसर संस्था
वहीं संस्था की मैनेजिंग ट्रस्टी सीमा सिंह ने बताया कि दूर दराज के ग्रामीण ईलाकों में काफी जोर-शोर से कोविड-19 वैक्सिनेशऩ को लेकर जागरुकता कार्यक्रम चलाने की जरुरत है। यहां के ग्रामीणों को कोविड-19 वैक्सीन के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हमारी संस्था कैंसर के साथ-साथ कोरोना महामारी को लेकर भी सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है, ताकि विलुप्त होते जा रही पहाड़िया जनजाति के लोगों को बचाया जा सके।
जानकारी देते चलें कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 वैक्सिनेशन के बारे में ग्रामीणों को अब भी जानकारी नही है और कई जगहों पर कई तरह की अफवाहें भी फैलाई गई है, जिसके कारन लोग वैक्सीन लेने के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। ऐसे में लोगों के बीच ज्यादा से ज्यादा जागरुकता अभियान चला कर ही वैक्सीन लेने के लिए प्रेरित किया जा सकता है और कोरोना महामारी से बचाया जा सकता है।
जागरुकता कार्यक्रम में पिंकी मुर्मू, शिखा पहाड़िन, अमर दास और आशीष पाल समेत कई और सदस्य मौजुद थें।