देवघर में बने एम्स की क्रेडिट लेने के लिए मची होड़, आरोप प्रत्यारोप जारी, उद्घाटन टला….
रिपोर्ट- बिनोद सोनी…
राँची: झारखंड के देवघर जिले में इन दिनों एम्स उद्घाटन समारोह में शामिल होने को ले कर गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे और झारखंड सरकार के बीच मदभेद काफी बढ़ चुकी है। हलांकि इस बीच केन्द्र सरकार ने 26 जून को होने वाली उद्घाटन फिलहाल टाल दी है।
हेमंत सोरेन खुद को प्रधानमंत्री से भी बड़ा समझ रहे हैंः निशिकांत दुबे़ सांसद
झारखंड के बाबानगरी कहे जाने वाले जिला, देवघर में एम्स अस्पताल बन कर तैयार हो चुका है और अपने बिधिवत् उद्घाटन का इंतजार कर रहा है। उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए सांसद निशिकांत दुबे काफी बेचैन है। इसके लगातार अपने ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट भी करते नजर आ रहे हैं। इसी बीच सांसद निशिकांत दुबे ने प्रेस को संबोधित करते हुए बताया कि हेमंत सरकार ये कोशिश कर रही है कि, मैं उद्धघाट्न समारोह में शामिल न हो पाउं, इसलिये कहा गया है कि, उद्घाटन समारोह में राजनीतिक दल के लोग शामिल नही होंगे। हेमंत आज खुद को प्रधानमंत्री से भी बड़ा समझ रहे है। अगर किसी को लगता है ही मैं उद्घाटन को रोक रहा हूं, तो ये मेरे लिये खुशी की बात है। उन्होंने देवघर के डी सी को सरकार का प्यादा बताते हुए कहा कि देवघर डी सी बिन पेंदी का लोटा है।
विधायक इरफान अंसारी ने सांसद निशिकांत दुबे को दी चुनौतिः
वहीं सरकार का पक्छ रखते हुए जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने निशिकांत दुबे पर पलटवार करते हुए कहा कि, मैं निशिकांत दुबे को चुनौति देता हूं कि, दम है तो उद्घाटन को रोक कर दिखाए। हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उद्घाटन करने में सक्षम है। अगर दम है तो उद्घाटन समारोह को रोक कर दिखाए, इरफान अंसारी वहां खड़ा रहेगा, कितनी गर्मी है यह भी देख लेंगे। हम पूरी धूमधाम के साथ एम्स का उद्घाटन करेंगे।
सांसद, निशिकांत दुबे की वजह से केंद्र सरकार ने उद्घाटन की तिथी टालने का निर्णय लियाः झामुमो
आरोप-प्रत्यारोप के बीच देवघर एम्स के ओपीडी का 26 जून को होने वाला उदघाटन कार्यक्रम फिलहाल टाल दिया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कार्यक्रम स्थगित किये जाने को लेकर झामुमो ने प्रेस वार्ता कर केंद्र पर जमकर अपनी भड़ास निकाली। पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि दुर्भावना से ग्रसीत हो कर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उदघाटन कार्यक्रम को रद्द किया है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की वजह से केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है जो काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। कोरोना काल में इस तरह की राजनीति होगी तो फिर काम कैसे होगा। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के इस कृत्य की झामुमो कड़े शब्दों में निंदा करती है।