रिपोर्ट- अशोक कुमार, धनबाद…
धनबादः झरिया स्थित विक्ट्री के रहने वाले बीसीसीएल कर्मी ने सूदखोर से तंग आकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड करने से पूर्व उक्त बीसीसीएल कर्मी ने एक सुसाइड नोट छोड़ा है. जिसमें उसने सूदखोरी का जिक्र किया है। फिलहाल घटना के बाद पुलिस शव को अपने कब्जे में लेकर जांच पड़ताल में जुट गई है।
बताते चले की झरिया थाना क्षेत्र के विक्ट्री कॉलोनी के रहने वाले बीसीसीएल कर्मी, सतेंद्र ने गुरुवार को सूदखोरों की सूद से तंग आकर अपने घर में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया, जैसे ही परिजनों को सतेंद्र के सुसाइड किए जाने की जानकारी हुई, तब आसपास के लोग मृतक के घर पहुंच सुसाईड की वजह जानने लगे कि, आखिर उसने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया। इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस मौके पर पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर जांच की एक बात सामने आई की सतेंद्र ने मरने से पूर्व एक सुसाइड नोट लिखा है, जिसमें सतेन्द्र ने अपनी मौत का जिम्मेदार कुछ सूदखोरों को ठहराया है। इसके पूर्व वह फेसबुक पर भी सुसाइड नोट पोस्ट किया था। फिलहाल झरिया पुलिस सुसाइड नोट को कब्जे में लेकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज, जांच पड़ताल में जुट गई है।
सुदखोर ने सतेन्द्र का बैंक पासबुक, चेकबुक और एटीएम अपने पास रख लिया थाः
मृतक सतेन्द्र के परिजनों की माने तो गोधर में रहने वाले एक सूदखोर से सतेन्द्र ने 50 हजार रुपये कर्ज लिया था, जिसके एवज में सूदखोर ने सतेन्द्र के बैंक का पासबुक, चेकबुक और एटीएम रख लिया था और हर माह वह सूद की रकम ले लिया करता था, लेकिन कई वर्षों बाद भी सूदखोर का रकम चुकता नहीं हुआ। कुछ दिन पूर्व ही पिता और सूदखोर में इसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। इस कहासुनी की घटना से सतेन्द्र काफी आहत हुआ था।
50 हजार कर्ज लेकर सतेन्द्र ने 4 लाख 50 हजार रुपये सुदखोर को दिया थाः
सतेन्द्र ने सुसाइड नोट में गोधर के रहने वाले सूदखोर का जिक्र किया है। उसने सुसाईड नोट में लिखा है कि मैनें 50 हजार रुपये सूद पर लिया था, जिसके एवज में अब तक साढ़े 4 लाख रुपए सुदखोर को दे चुका हूं, बावजुद वह टॉर्चर करके पैसे की मांग किया करता था। इसी से तंग आकर मैं सुसाइड कर रहा हूं। फिलहाल पुलिस कई बिंदुओ पर जांच कर रही है।