एर्नाकुलम से रांची पहुंचें 1167 प्रवासी मजदूर, 830₹ भाड़ा देकर भी रहें भूखे-प्यासे…
रिपोर्ट- बिनोद सोनी…
भूख-प्यास से तड़पते हुए एर्नाकुलम से हटिया पहुंचे 1167 मजदूर, थर्मल स्कैनिंग जांच में पांच मजदूरों का टेम्परेजर पाया गया हाई, जांच के लिए एचईसी परिसर स्थित पारस हॉस्पिटल भेजा गया
राँची : केरल के एर्नाकुलम में फंसे 1167 प्रवासी मजदूरों को लेकर बुधवार को स्पेशल श्रमिक ट्रेन हटिया स्टेशन पहुंची। हटिया स्टेशन पहुंचने वाले इन मजदूरों का स्टेशन पर ही थर्मल स्कैनिंग किया गया, जिसमें करीब 30 से ज्यादा मजदूरों का टेंपरेचर स्क्रीनिंग में हाई पाया गया। हलांकि जिन श्रमिक मजदूरों का थर्मल स्क्रीनिंग में टेंपरेचर अधिक पाया गया था, उनलोगों का एक घंटे बाद फिर से जांच किया गया, जिसमें से 25 का टेम्परेजर नॉर्मल हो गया था, लेकिन 5 मजदूरों का टेम्परेजर कम नही हुआ था जिस कारन उन पांच मजदूरों को जांच के लिए एचईसी के पारस हॉस्पिटल भेज दिया गया।
गौर करने वाली बात ये है कि, केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा ये कहा जा रहा है कि प्रवासी मजदूरों का यात्री किराया वे वहन कर रहे हैं, जबकि हटिया स्टेशन पहुंचे कई मजदूरों ने बताया की प्रति मजदूर 830₹ यात्री किराया वसूला गया है। मजदूरों के ब्यान से ये साफ हो गया है कि केन्द्र या राज्य सरकारें मजदूरों का यात्री किराया वहन नही कर रही है। अब किस मक्सद ये केन्द्र और राज्य सरकारें ये कह रही है, ये समझ से परे है। आप इसे गंदी राजनीति भी कह सकते हैं। इस दौरान मजदूरों ने यात्रा के दौरान हुई परेशानियों को भी ब्यां किया। इन्होने कहा कि दो दिनों की यात्रा में सिर्फ दो बार इन्हें भोजन दिया गया था, बाकि दिन भर भूख प्यास से तड़पत रहें ये मजदूर।