पत्नी को हुआ अपनी गलती का अहसास, फिर से पति-पत्नी हुए एक, पूर्व जिप सदस्य मजीद अंसारी का घर हुआ गुलजार…

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रिपोर्ट- वसीम अकरम…

राँची(कांके प्रखँड) – अकसर परिवार में कुछ गलतफहमियों की वजह से रिश्ते टूट खराब हो जाते हैं, यहां तक की तलाक तक की नौबत आ जाती है, लेकिन जब गलतफहमियां दूर होती है, तो एक बार फिर से रिश्ते जुड जाते हैं और परिवार में रौनक आ जाती है।

बहु ने स्वीकारा, दबाव देकर केस दर्ज करवाया गया थाः

दरअसल ये मामला कांके प्रखंड के पूर्व जिप सदस्य सह अंजुमन कमेटी कोकदोरो इस्लामपुर के सदर मजीद अंसारी के परिवार का है। लगभग तीन वर्ष पूर्व इनकी बहु सुल्ताना परवीन ने अपने पति सफदर सुल्तान उर्फ सद्दाम, ससुर मजीद अंसारी, सास और ननद पर न्यायालय में दहेज की मांग और प्रताड़ना का मामला दर्ज करवाया था। ये मामला फिलहाल न्यायालय में चल भी रहा है। लेकिन वो कहते हैं ना, जब आंख खुले तभी सवेरा….बिते गुरुवार को न्यायालय में मामला दर्ज करवाने वाले बहु सुल्ताना परवीन अचानक अपने ससुराल कोकदोरो पहुंची और अपने पति सफदर सुल्तान उर्फ सद्दाम और ससुर मजीद अंसारी से माफी मांगते हुए सारे केस उठा लेने की बात कहते हुए ससुराल में ही रहने दिए जाने की बात कही। इस दौरान पीड़िता ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए कहा कि, अपने मायके वालों के दबाव में आकर मैने ससुराल वालों पर झुठा मुकदमा दर्ज करवाया था। मुझे अपनी गलती का अहसास हो गया है, मैं अपने ससुराल में ही रहना चाहती हूं, मुझ पर किसी तरह का कोई दबाव नही है।

शादी जीवन में एक बार होती है, हम दोनों में काफी प्यार हैः सद्दाम, शौहर

मौके पर सुल्ताना परवीन के पति सफदर सुल्तान उर्फ सद्दाम ने भावुक होते हुए कहा कि इंसान जीवन में एक बार ही शादी करता है। हम दोनों के बीच कभी भी किसी बात को लेकर कहासुनी नही हुई है। मेरी पत्नी ने मेरे परिवार वालों पर मुकदमा दर्ज करवाया है, ये जानकर मुझे काफी आश्चर्य हुआ, लेकिन जब मैंने पत्नी से फोन पर बात की तब, उसने पूरे साजिशों का पर्दाफाश करते हुए कहा, कि मुझ से जबरन मुकदमा करवाया गया था, मैं आप लोगों के साथ ही रहना चाहती हूं। मुझे बेहद खुशी है कि मेरा परिवार मुझे फिल से मिल गया है और मेरी पत्नी सुल्ताना भी काफी खुश है। राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के कारन मेरी पत्नी को मोहरा बनाया गया था। मेरे पिता की छवि समाज में काफी अच्छी है और एक सम्मानित जनप्रतिनिधि रह चुके हैं, वर्तमान में भी साफ छवि होने के कारम मेरे पिता मजीद अंसारी, अंजुमन कमेटी कोकदोरो इस्लामपुर के सदर हैं।

मेरी छवि खराब करने के लिए विरोधियों ने बहु को बरगलाया थाः मजीद अंसारी

मौके पर पीड़िता के ससुर, पूर्व जीप सदस्य सह अंजुमन इस्लामियां कोकदोरो इस्लामपुर के सदर मजीद अंसारी ने कहा कि मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता हूँ। पूर्व में कांके जीप सदस्य भी रह चुका हूं। मेरी छवि को धुमिल करने के लिए लोगों ने मेरी बहु सुल्ताना परवीन को मोहरा बनाया और झुठा मुकदमा दर्ज करवाने का काम किया था, जिसका पर्दाफाश सुल्ताना ने कर दिया है और अपनी नासमझी को भी स्वीकार कर लिया है। मुझे उम्मीद ही नही, पूरा भरोषा है कि मेरे बेटे और बहु सुल्ताना परवीन फिर से पूर्व की तरह ही प्यार से रहेंगे। बहु सुल्ताना की घर वापसी से मेरे राजनीतिक विरोधियों के मुंह पर करारा तमाचा लगा है। लेकिन इससे ज्यादा खुशी मुझे इस बात की है कि मेरे परिवार में एक बार फिर से खुशी लौटी है। सुल्तान मेरी बहु ही नहीं, बल्कि मेरी बेटी है, इस घर की इज़्ज़त है, जिसे मैं किसी भी कीमत पर गवांना नही चाहूंगा।

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