आर.एस.एस. के इशारे पर सरना स्थल से मिट्टी उठाने वाले आदिवासी मूर्ति पूजा की ओर आकर्षित हो चुके हैः कुंदरसी मुंडा, जिलाध्यक्ष, अ.भा.आ.विकास परिषद्

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रिपोर्ट- बिनोद सोनी—

राँची: 5 अगस्त को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर शिलान्यास को लेकर आदिवासी समाज से 25 पाहनों के जत्थे को भाजपा के नेता विधायक दल, बाबूलाल मरांडी और मेयर आशा लकड़ा समेत कई भाजपा नेताओं ने अयोद्या रवाना किया। मौके पर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमारे पूर्वज शुरू से ही भगवान राम की सेवा करते आ रहे हैं। भगवान राम के वनवास के समय भी हमारे पुर्वजों ने उनकी सेवा की थी और माता सीता के अपहरण के दौरान भी हमारे पुरखों ने माता सीता को अपहरण से मुक्त कराने में अहम भूमिका अदा की थी।

सरना स्थल की मिट्टी लेकर अयोध्या जाने वाले पाहन हिन्दू धर्म से प्रभावित हैः नारायण उरांव, अध्यक्ष केन्द्रीय सरना समिति

वहीं दूसरी ओर मंगलवार को आदिवासी समाज के विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों द्बारा केन्द्रीय सरना समिति कार्यालय हरमू में बैठक कर सरना स्थल से मिट्टी उठाए जाने को लेकर प्रेस कांफ्रेंस किया। बैठक में अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, केन्द्रीय सरना समिति, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा, वीर बुद्धु भगत हुही मोर्चा, काँके सरना समिति एवं गाँव स्तर के सरना समिति के पदाधिकारी शामिल हुए। प्रेस को संबोधित करते हुए केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष नारायण उराँव ने कहा कि, आदिवासियों के धार्मिक सरना स्थल से गलत तरिके से मिट्टी उठाकर गाँव और मौजा से बाहर ले जाना, अपने गाँवा देवती को नाराज करने के बराबर है, साथ ही साथ आदिवासियों को हिंदू धर्म से जोड़ना भी निंदनीय है। उन्होंने कहा कि हमारे सरना समाज में भादो माह में जब तक करम पूजा नहीं हो जाता, कोई भी शुभ काम नहीं होता है। हमारे पाहन जो भादो माह में सरना स्थल की पवित्र मिट्टी लेकर अयोध्या जा रहे हैं, वे हिन्दू धर्म से प्रभावित हैं। सरना समाज का रीति रिवाज, परंपरा, जन्म से लेकर मृत्यु तक हिन्दुओं से भिन्न है। इसे हमारे पाहनों को समझना होगा।

आर.एस.एस. के इशारे पर सरना स्थल से मिट्टी उठाने वाले आदिवासी मूर्ति पूजा की ओर आकर्षित हो रहे हैः कुंदरसी मुंडा, जिलाध्यक्ष, अ.भा.आ.विकास परिषद्

मौके पर अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की जिला अध्यक्ष कुंदरसी मुंडा ने कहा कि भाजपा नेता, मेयर आशा लकड़ा, पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, आरती कुजूर एवं विभिन्न पाहनों द्वारा हमारे धार्मिक सरना स्थल का जो अपमान किया गया है वह बिल्कुल निंदनीय है और यह सारे लोग अपनी रूढ़िवादी परंपरा एवं प्रकृति पूजा को ताक में रखकर मूर्ति पूजा (हिंदू धर्म) की ओर अग्रसर हो रहे हैं। इसका मतलब यह लोग हिंदू धर्म में धर्मांतरित हो चुके हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि हिंदू धर्म मानने वाले आदिवासी, नकली आदिवासी और रूढ़िवादी परंपरा और प्रकृति को पूजने वाले ही असली आदिवासी हैं। बाबूलाल मरांडी द्वारा जो ओक्षी बयान बाजी की गई है, समाज उसका घोर विरोध करते है। जिनका खुद का अस्तित्व खत्म हो चुका है वह सरना समाज की अस्तित्व की बात करते हैं। इस हरकत से सरना आदिवासियों के धार्मिक भावना को गहरा आघात पहुंचा है।

आदिवासी दलालो द्वारा विश्व हिन्दू परिषद् के इशारे पर सरना समाज को दरकिनार कर सरना स्थल से मिट्टी उठाया गया हैः रवि तिग्गा, प्रदेश महासचिव, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा

मौके पर राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा के झारखंड प्रदेश महासचिव रवि तिग्गा ने कहा कि सरना धर्मावलंबियों का अपना रुढ़ीगत परंपरा, संस्कृति एवं मान्यता है। हम कस्टमरी लॉ से गाइड होते हैं। सरना धर्मावलंबियों की आस्था का केंद्र सरना स्थल से पार्टी विशेष (बीजेपी) और आर एस एस के आदिवासी दलालों के द्वारा विहिप के आदेश पर सरना समाज को दरकिनार कर सरनास्थल से मिट्टी उठाया जा रहा है। सरना समाज इसका घोर विरोध करता है।

संविधान में 342 A के तहत आदिवासी हिन्दू नहीं हैः पवन तिर्की महानगर अध्यक्ष, अ.भा.आ.विकास परिषद्

अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् के महानगर अध्यक्ष पवन तिर्की ने कहा कि वर्तमान समय में सरना आदिवासियो के साथ उनकी परम्परा, रीति-रिवाज और संस्कृति से खिलवाड़ किया जा रहा है, जिसका अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् कड़ा विरोध करता है। पवन तिर्की ने बीजेपी, आरएसएस और विहीप को चेतावनी देते हुए कहा कि, सरना आदिवासी के साथ खिलवाड़ करना बंद करे, नहीं तो आने वाले समय मे पूरे भारत से बीजेपी को उखड़ फेंकने का काम करेगें। जो लोग सरना स्थल से मिट्टी उठा रहे हैं, वे लोग सरना नहीं है। संविधान में 342 A के तहत आदिवासी हिन्दू नहीं है।

सरना से मिट्टी उठाना जघन्य अपराध हैः संजय कुजूर, महानगर अध्यक्ष, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा

राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा के महानगर अध्यक्ष, संजय कुजूर ने कहा की सरना स्थल से मिट्टी उठाना पाप ही नहीं जघन्य अपराध भी है। यह कानूनी अपराध के साथ-साथ धार्मिक- सामाजिक अपराध भी है। ऐसे लोगों को सामाजिक दंड मिलना चाहिए। आरएसएस द्वारा सरना स्थल से मिट्टी उठाने के बहाने एक षड्यंत्र के तहत सरना आदिवासियों को हिन्दूकरण करने का घृणित कार्य किया जा रहा है।

आज की प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से अजीत भुटकुवंर, बासुदेव भगत, हेमंत गाड़ी, कमल किशोर लकड़ा, सोनू खलखो, बंधना टोप्पो, प्रदीप तिर्की, सुनीता मुंडा, छोटी बाला सांगा, संगीता कच्छप, पंकज भगत, सुधीर उरांव, प्रकाश मुंडा, नन्हे कच्छप, चामू बेक, दीपक तिग्गा, कुनाल मिंज, संदीप खलखो, संजय खलखो एवं अन्य उपस्थित थें।

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