ओटीसी ग्राउंड पर भू-माफियाओं की नजर, ग्राउंड बचाने के लिए मुख्य सचिव को सौंपा गया मांग पत्र…

0
1

रिपोर्ट- “ताजा खबर झारखंड” ब्यूरो…

रांचीः पिछले कुछ वर्षों से भू-माफिया और जमीन दलाल हेहल स्थित ओटीसी मैदान को बेचने की साजिश रच रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि एक महिला के नाम पर उक्त मैदान की गैर कानूनी तरीके से रजिस्ट्री करा ली गयी है। इसे देखते हुए जनहित में ओटीसी मैदान को बचाने को लेकर गुरुवार को हेहल स्पोर्टिंग राँची के अध्यक्ष, डॉ. अरुण उराँव (पूर्व IPS अधिकारी) के नेतृत्व में एक शिष्ट मंडल ने मुख्य सचिव, झारखंड से मुलाकात कर विस्तृत तरीके से इस ऐतिहासिक खेल मैदान को राँची के भावी पीढ़ी के बच्चों, खिलाड़ियों, महिलाओं एवं सीनियर सिटीजनों के लिये आवश्यक बताते हुए ओटीसी मैदान के बचाने हेतु हस्तक्षेप करने का आग्रह किया एवं ज्ञापन सौंपा।

शिष्ट मंडल की मांग, मिनी स्टेडियम के रुप में विकसित किया जाएः

शिष्ट मंडल ने मांग की है कि अवैध रजिस्ट्री को अविलंब रद्द किया जाय साथ ही राज्य सरकार यथोचित कदम उठाते हुए मैदान को मिनी स्टेडियम के रूप में विकसित करने के लिये योग्य व वांछित कार्यवाही करे, ताकि बच्चे,खिलाड़ी एवं आमजन मैदान का अधिकाधिक उपयोग कर सकें। शिष्ट मंडल में हेहल स्पोर्टिंग राँची के डॉ. शेखर चौधरी, कैलाश सिंहदेव, नवेन्दु भारती, संजय मिश्रा, सौमित्र पटनायक, रविन्द्र पांडेय एवं शक्ति तिर्की शामिल थें।

10 किलोमीटर के दायरे में रहने वालों के लिए ईक्लौता खेल का मैदानः

दरअसल ओटीसी मैदान, जहाँ प्रतिदिन सुबह-शाम सैकड़ों बच्चें, बुजुर्ग, महिलाएं ताजी हवा के लिये टहलने-दौड़ने के लिए आते हैं। क्रिकेट, फुटबॉल, एथलेटिक्स से सम्बद्ध खिलाड़ी नियमित इस मैदान में अभ्यास करते हैं। इसके अलावा वर्ष 1981 से ही आर.डी.सी.ए. से सम्बद्ध प्रतिष्ठित “कार्तिक उराँव मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट” का आयोजन प्रतिवर्ष यहां आयोजित किया जाता है साथ ही ओटीसी  मैदान में ही हर वर्ष आयोजित होने वाले “कार्तिक उराँव मेमोरियल फुटबॉल टूर्नामेंट” के दौरान  राज्य के अनेक गणमान्य अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति में  हजारों खेलप्रेमी खेल का आनंद उठाते हैं। यह मैदान चारों ओर से खुला होने के साथ 10 किलोमीटर के दायरे में रहने वाले स्थानीय बच्चों के लिए मनोरंजन हेतु, एकमात्र उपलब्ध मैदान है। यहां भारतीय क्रिकेट टीम के गौरव महेंद्र सिंह धोनी सरीखे स्टार क्रिकेटर भी अपनी प्रतिभा दिखा चुके हैं। राँची के युवा क्रिकटरों की प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से “हेहल क्रिकेट एकेडमी” यहां दशकों से संचालित है। इसी मैदान में राँची के नामचीन क्रिकेटरों द्वारा बच्चों को खेल के गुर सिखाए जाते हैं। इस तरह ये मैदान रांची वासियों के लिए एक महत्वपूर्ण मैदान है।

भू-माफिया अपने मनसुबे में कामयाब हो गएं, तो भावी पीढ़ी को होगा बड़ा नुकशानः

फिलहाल भू-माफिया गैरकानूनी तरीके से, अपने रसूख के बल पर अपने कुटिल मंसूबे में कामयाब हो जाते हैं तो वर्तमान व भावी पीढ़ी के बच्चों का बहुत बड़ा नुकसान होगा। पिछले कई वर्षों से बेशकीमती भूखंड को अवैध तरीके से बिक्री करने के अनेक प्रयास हुए हैं, लेकिन खेल और खिलाड़ियों के हित में प्रतिबद्ध संस्थान, सन 1980 ईस्वी से लगातार सक्रिय “हेहल स्पोर्टिंग” राँची के प्रबुद्ध नागरिकों एवं जनप्रतिनिधियों  के सहयोग से आज तक भूमाफियाओं के खिलाफ, कानूनी तरीके से लड़ते हुए, उनके षडयंत्र को विफल करने में कामयाब रही है और आगे भी इस मैदान को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करते रहेगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.