पिठोरिया में बच्चे का अपहरण फिर 6 दिन बाद शव की बरामदगी मामले में किया गया एसआईटी का गठन…

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रिपोर्ट- वसीम अकरम…

राँचीः राजधानी रांची के पिठौरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत कोनकी गांव से अपहृत 7 वर्षीय बच्चा का शव रविवार को अहले सुबह कुएं से बरामद किया गया। जबकि इसी कुएं में तीन बार पूर्व में झागर डालकर बच्चे की तलाश की गई थी। ग्रामीण और परिजनों को आशंका है कि पुलिस की दबिश बढ़ने के बाद बच्चे के शव को कुएं में फेंक दिया गया है। रविवार की सुबह जैसे ही परिजन और ग्रामीणों को कुएं में शव देखे जाने की जानकारी मिली लोग काफी संख्या में कुएं के समीप पहुंचे और काफी आक्रोशित थे।  इस दौरान पिठौरिया-ठाकुर गांव मुख्य सड़क कोनकी चौक को डेढ़ घण्टे तक जाम कर दिया गया। ग्रामीण यह आरोप लगा रहे थे कि पुलिस ने जांच शुरू करने में काफी देर की जिसकी वजह से यह घटना हुई, जबकि बच्चे के पिता शाहजहां अंसारी ने पूर्व में ही बच्चे का अपहरण कर लिए जाने की बात कही थी और 5 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथिमिकी भी दर्ज करवाई थी।

नामजद आरोपियों को शनिवार को छोड़ा गया और रविवार को बच्चे का शव कुंवें से किया गया बरामदः

मृतक बच्चे के परिजन और ग्रामीण बताते हैं कि नामजद प्राथमिकी दर्ज होने के बावजुद पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती है. घटना के तीन दिन बाद स्थानीय जनप्रतिनिधि और मीडिया द्वारा मामले को जोर दिए जाने के बाद, आनन फानन में पुलिस पांचों नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करती है। लेकिन मामुली पुछताछ के बाद शनिवार की शायं ही आरोपियों को थाने से छोड़ दिया गया और रविवार की सुहब बच्चे का शव कुंवे में देखा गया, जबकि अलग-अलग दिनों में तीन बार इसी कुंवें में झागर लगा कर खोजबीन किया जा चुका था।

50 लाख मुआवजा, सरकारी नौकरी और एक पीएम आवास की मांगः

ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए ग्रामीण एसपी नौशाद आलम भी घटनास्थल पर पहुंचते हैं। मौके पर  डॉग स्क्वायड की टीम और एफएसएल की टीम को बुलाकर कुंवे से शव को बाहर निकाला गया। जिसके बाद डॉग स्क्वायड की टीम सुराग तलाशते रही। शव से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूरी पर एक गड्ढे के पास डॉग पहुंचकर रुकता है, जहां से पानी की 2 बोतलें पुलिस बरामद करती है। मौके पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने कहा कि पूरे मामले का जांच किया जा रहा है और कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है। जल्द ही मामले का उद्भेदन कर दिया जाएगा।

ग्रामीणों ने दिया 72 घंटे का अल्टीमेटमः

वही मौके पर ग्रामीणों ने प्रशासन को 72 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि जल्द ही अपराधियों को पुलिस गिरफ्तार कर वर्ना उग्र आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीणों की और से मृतक परिवार के घर से एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजा और एक प्रधानमंत्री आवास देने की मांग की गई है। ग्रामीण एसपी के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने रोड जाम हटाया और शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। फिलहाल तनाव के माहौल को देखते हुवे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है।

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