धजवा पहाड़ बचाने के लिए पत्थर माफिया और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ, 16वें दिन भी खूंटा गाड़ कर खड़े हैं बरवाही के हिन्दू-मुस्लिम…
रिपोर्ट- संजय वर्मा…

- फर्जी ग्रामसभा का सहमति पत्र दिखा प्लॉट नः 1046 का हांसिल किया गया लिज्।
- प्लॉट नः 1046 पर लहलहा रही है धान की फसल।
- पत्थर माफिया गांव के सामुहिक चारागाह, प्लॉट नः1048 पर करवा रहा है पत्थर उत्खनन।
- ग्रामीणों की शिकायत पर संबंधित विभाग के अधिकारी मौन।
- सरकारी अमीन और सीआई ने नापी कर कहा, प्लॉट न. 1048 पर कंपनी कर रही है अवैध खनन, कंपनी के पास लिज् है प्लॉट न. 1046 का।
रांचीः पलामू जिला, पांडू प्रखंड के बरवाही गांव में धजवा पहाड़, पत्थर माफिया से बचाने के लिए स्थानीय रैयत और ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 16वें दिन भी जारी है। पत्थर माफिया के खिलाफ चल रहे अनिश्चितकालीन धरना कार्यक्रम में भाईचारे की अनूठी मिशाल भी देखने को मिल रही है। कार्यक्रम में बरवाही गांव के पांच बुजूर्ग, 75 वर्षीय रुपु पाल, 74 वर्षीय चन्द्रदेव पाल, 65 वर्षीय सुरेश पासवान, 75 वर्षीय सलिक अंसारी और 60 वर्षीय ईस्लाम अंसारी कंधा से कंधा मिला कर पत्थर माफिया और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ मैदान पर डटे हुए हैं। इन बुजूर्ग नेतृत्वकर्ताओं का साथ दे रहे हैं आसपास स्थित दर्जनों गांव के ग्रामीण, जो दिन और रात यहां बारी-बारी से धरना कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं।
आंदोलनकारियों को स्थानीय पुलिस दे रही है धमकीः
धरने में बैठे आंदोलनकारियों ने ये ठान लिया है कि जब तक बरवाही से पत्थर माफिया को खदेड़ नहीं दिया जाता है, तब तक धजवा पहाड़ पर ग्रामीण डटे रहेंगे। इनके हौंसले इतने बुलंद है कि कड़कड़ाती ठंड की रात में भी ये लोग यहां घास-पुस जला का ठंड का सामना कर रहे हैं। लेकिन दूसरी ओर स्थानीय पुलिस इनके मनोबल को तोड़ने के लिए साम-दाम-दंड-भेद का भी उपयोग कर रही है। स्थानीय आंदोलनकारी बताते हैं कि कल तक यहां पुलिस की टीम गश्ती नही करती थी, लेकिन जब से पत्थर माफिया के खिलाफ स्थानीय ग्रामीण धरने पर बैठे हैं, पुलिस लगातार गश्ती कर रही है और आंदोलनकारियों को आंदोलन खत्म करने की बात कह रहे हैं और आंदोलन खत्म नहीं करने पर झुठे मुकदमें में फंसा देने की धमकी भी दे रहे हैं।
सीआई और अमीन ने नापी कर कंपनी को बताया दोषी, कंपनी प्लॉट नम्बर1046 पर नहीं प्लॉट न.1048, धजवा पहाड़ पर कर रही है खनन, लिज् मिला है 1046 काः
ग्रामीणों के आंदोलन का शुरुआती असर उस वक्त दिखाई पड़ा, जब बिते 29 नवंबर 2021 को अंचल के अमीन और सीआई लिज् भूमि की नापी करने के लिए पहुंचे। 29 नवंबर को धरना स्थल पर जन संग्राम मोर्चा के नेता, युगल किशोर पाल, अरविंद पाल, अशोक पाल,झारखंड क्रांति मंच के नेता, सीपीआई(एम.एल.) रेड स्टार के स्थानीय नेता, प्रमुख, जिला पार्षद अनिल चंद्रवंशी, समेत सैंकड़ों स्थानीय ग्रामीण मौजुद रहें, जिनके समक्ष प्लॉट नम्बर 1046 की नापी की गई। नामी समाप्ति के बाद अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे लोगों के समक्ष सीआई और अमीन ने कहा कि ग्रामीणों का आरोप सही है। कंपनी अवैध तरीके से प्लॉट नम्बर 1048 पर स्थित धजवा पहाड़ पर खनन कर रही है, जबकि कंपनी को खनन कार्य के लिए प्लॉट नम्बर 1046 लिज् पर आवंटित किया गया है। नापी की रिपोर्ट अंचलाधिकारी को उपलब्ध करवाया जाएगा, जिसकी कॉपी ग्रामीण अंचल कार्यालय से ले सकते हैं।
अब भी अधिकारी खनन बंद नही करवाते हैं तो, न्याय के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगाः युगल किशोर पाल, अध्यक्ष, जन संग्राम मोर्चा
ताजा खबर झारखंड से फोन लाईन पर बात करते हुए “जन संग्राम मोर्चा” के केन्द्रीय अध्यक्ष, युगल किशोर पाल ने कहा कि, आंदोलन के बाद अंचलाधिकारी ने जो प्रथम जांच करवाया है, उससे ये स्पष्ट है कि, बरवाही के धजवा पहाड़ पर सूरज सिंह द्वारा अवैध खनन करवाया जा रहा है। अमीन और सीआई ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। ऐसे में अगर अब भी अधिकारियों द्वारा खनन कार्य बंद नही करवाया गया, तो जन संग्राम मोर्चा खनन कार्य से संबंधित अधिकारियों और खनन कंपनी के खिलाफ हाईकोर्ट जाने का काम करेगी।