रिपोर्ट- ताजा खबर झारखंड ब्यूरो…
चाईबासाः सारंडा एक्शन प्लान के बाद सारंडा वन प्रक्षेत्र में शुरु किए गए विकास के नाम पर लूट बदस्तुर जारी है। ताजा मामला है सारंडा वन प्रक्षेत्र के कुलायबुर से कुमडी तक बनाए गए सड़क का। इस सड़क का निर्माण विशेष प्रमंडल चाईबासा द्वारा 5 माह पूर्व किया गया है, जो पहली ही बरसात में कीचड़ में तब्दील हो चुका है। सड़क के निर्माण में गुणवत्ता का कोई ख्याल नही रखा गया। देख कर ऐसा प्रतित हो रहा है मानों मिट्टी के उपर कोलतार छिड़क कर समतलीकरण कर दिया गया है। जो आप भी वीडियो में स्पष्ट देख सकते हैं। यहां इंजीनियर, ठेकेदार और संबंधित विभाग के अधिकारियों ने मील कर सड़क निर्माण की राशि पर हांथ साफ कर लिया है।
मामले की शिकायत स्थानीय निवासियों ने आदिवासी समन्वय समिति से की, जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए समिति के सदस्यों ने एक टीम बना कर सड़क के गुणवत्ता की जांच की। जांच में ये जानकारी मिलि की प्राकलन राशि का पुरी तरह बंदरबाद किया गया है, जिसका सबुत है कीचड़ में सब्दील ये सड़क। आदिवासी समन्वय समिति ने झारखण्ड सरकार से माँग की है कि इस सड़क निर्माण की जांच एक उच्च स्तरीय जाँच कमेटी गठित कर करवाई जाए और दोषियों के उपर विधि सम्मत कारवाई की जाय।
समिति की जांच टीम में “आस” के ओड़ेया देवगम, सोमा होनहग्गा(मुण्डा), होलोंगउली, बलदेव जाते, और मोजेस गागराई शामिल थें!