रेलवे का अजीबो गरीब फरमान, बजरंग बली को रेलवे ने भेजा नोटिस…
रिपोर्ट- अशोक कुमार, धनबाद
धनबाद : धनबाद में रेलवे विभाग द्वारा भेजा गया अजीबो गरीब फरमान इन दिनों कोयलांचल में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस तरह का फरमान लोग फिल्मों में देख चुके हैं, लेकिन हनुमान जी को भेजा गया ये नोटिस हकीकत है। हनुमान मंदिर के नाम नोटिस में आदेश है कि, अगर आपने दस दिनों के अंदर मंदिर नही हटाया तो आप पर कानूनी कार्यवाई की जायेगी। इसके अलावा रेलवे द्वारा नोटिस आस पास रह रहें सैंकड़ो लोगों के घरों में भी भेजा गया है।
दरअसल मामला धनबाद के बेकारबांध क्षेत्र का है। पूर्व-मध्य रेलवे ने रेलवे की जमीन पर वर्षों से रह रहे लोगों को नोटिस भेजा है, साथ ही हनुमान मंदिर में भी नोटिस चस्पा किया गया है। मंदिर में नोटिस चस्पा किए जाने से आसपास रह रहे लोगों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है ।
बेकारबांध के खटिक मुहल्ले में लोग कई वर्षों से रह रहे हैं। यहां रह रहे लोग झुग्गी-झोपड़ी डालकर वर्षों से छोटी-मोटा व्यवसाय कर अपने परिवार का जीवन यापन करते रहे है। इसी बीच रेलवे की टीम ने मुहल्ले के सभी घरों को अवैध कब्जा बताकर खाली करने का नोटिस चिपका दिया। नोटिस सभी के घरों पर चिपकाया गया है। इसके बाद रेलवे के अधिकारियों ने मुहल्ले में स्थित हनुमान मंदिर में भी हनुमान जी के नाम पर नोटिस चिपका दिया।
हनुमान मंदिर के नाम पूर्व मध्य रेलवे का नोटिस.
रेलवे अधिकारियों ने नोटिस हनुमान मंदिर के नाम पर भेजा है, मंदिर समिति के किसी अध्यक्ष, सचिव या सदस्यों के नाम पर नहीं। मंदिर के नाम नोटिस में स्पष्ट लिखा है कि, “आपके द्वारा मंदिर जो कि आपने उपरोक्त रेल जमीन पर जो आपने अवैध रुप से कब्जा कर रखा है, जो कानूनन अपराध है। अतः आपको निर्देश दिया जाता है कि, पत्र प्राप्ति के 10 दिनों के अंदर मंदिर हटा लें और जमीन खाली कर दें। अन्यथा आपके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी”।
वहीं नोटिस मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया। लोगों का कहना है कि सरकारी जमीन और रेलवे की जमीन पर सिर्फ ये मंदिर नही बना है। देश में सैकड़ों मंदिर सरकार और रेलवे की जमीन पर बना हुआ है, रेलवे उन मंदिरों पर भी कार्रवाई करे। यहां तकरीबन ढाई सौ से तीन सौ परिवार रहते हैं। बगैर वैकल्पिक व्यवस्था किए ही हटने का नोटिस जारी किया गया है, ऐसे में हम लोग कहां जाएंगे? यहां रह रहे लोगों ने कहा कि, जब तक हमलोगों को पहले कहीं बसाया नही जाता है, हमलोग यहां से कहीं नहीं जाएंगे, और पुरजोर विरोध करेंगे।