रिपोर्ट- बिनोद सोनी…
राँची: सीएम हेमंत सोरेन के छोटे भाई विधायक बसंत सोरेन और मांडर विधायक बंधु तिर्की के भाषण से झारखंड प्रसाशनिक सेवा के अधिकारियों का एक बड़ा तबका आहत है। उनके खिलाफ अधिकारियों ने रांची के एक होटल में आपातकालीन बैठक बुलाई और आंदोलन करने का ऐलान किया। अधिकारियों का आरोप है कि दोनों विधायकों ने भरी सभा और टीवी चैनलों में अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी की है।
झारखंड प्रशासनिक सेवा के बैनर तले आयोजित झासा बैठक के बाद संगठन के अध्यक्ष राम कुमार सिन्हा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कांके के अंचल अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई पक्षपातपूर्ण है। संगठन ऐसे कार्रवाई का विरोध करती है।
राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के इस बैठक में निर्णय लिया गया है कि विधायकों के टिप्पणी और अधिकारियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के खिलाफ चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। इसके पहले मुख्यमंत्री से मिलकर ज्ञापन सौंपी जाएगी।
गौरतलब है कि 21 जनवरी को चान्हो प्रखंड मुख्यालय में आयोजित किसान मेला कार्यक्रम के दौरान सार्वजनिक मंच से विधायक बंधु तिर्की के द्वारा चान्हो बीडीओ और सीओ के खिलाफ कार्रवाई की गई। साथ ही अमर्यादित और अभद्र टिप्पंणी की गई थी। वहीं 26 जनवरी को दुमका में एक राजनीतिक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में विधायक बसंत सोरेन द्वारा बीडीओक-सीओ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। सीएम हेमंत सोरेन की उपस्थित में दुमका विधायक सह सीएम के छोटे भाई बसंत सोरेन ने कहा कि बीडीओ और सीओ अगर हमारी बात नहीं सुनते हैं तो ये अफसोस की बात है।