नामकुम अंचलाधिकारी, कर्मचारी और दलालों के गठजोड़ से कोटवार जमीन का फर्जी डीड किया गया तैयार…

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रिपोर्ट सूरज कुमार…

रांचीः बिते शनिवार को नामकुम प्रखंड के टोनको गांव में जमीन मालिक और जमीन दलालों के बीच जमकर मारपीट की घटना हुई थी, जिसमें जमीन दलालों ने जमीन मालिक के पुत्र धर्मा लोहरा की गला दबा कर हत्या करने की कोशिश की थी, किसी तरह धर्मा लोहरा ने घटना स्थल से भाग कर अपनी जान बचाने में सफल रहे थें। घटना की सूचना मिलने पर सोमवार को जिला परिषद् सदस्य सह भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष, आरती कुजूर और पंचायत समिति सदस्य, अंजलि लकड़ा टोनको गांव पहुंची और भुक्तभोगी धर्मा लोहरा उनकी मां और ग्रामीणों से मुलाकात कर पूरे मामले की जानकारी ली।

ज्ञात हो कि नामकुम अंचल अंतर्गत खाता नंबर 55, कुल रकबा 1 एकड़ 16 डिसमिल जमीन कोटवारी जमीन है और यह गांव की सामूहिक जमीन है, जिसे कोटवारी करने वालों को गांव वालों ने उनके काम के एवज में दिया थाl इस जमीन की खरीद बिक्री नही हो सकती है। लेकिन  जमीन दलालों ने कोटवार के कुछ वंशजों को गलत जानकारी देते हुए बरगलाकर कोटवारी जमीन की खरीद-बिक्री कर दी। जबकि खतियान में यह जमीन बेलगान, नौकराना कोटवारी हेतु दर्ज हैl

अंचल अधिकारी, अंचल कर्मचारी और दलालों के साठगांठ से हुई कोटवार नेचर के जमीन की बिक्रीः

ये स्पष्ट है को कोटवार जमीन की खरीद-बिक्री नही हो सकती है, लेकिन क्षेत्र में सक्रीय जमीन दलालों ने नामकुम अंचल के अंचलाधिकारी और कर्मचारियों के साथ मिली भगत कर कोटवार जमीन का भी खरीद-बिक्री का पेपर तैयार करवा लिया। इस मामले से ये स्पष्ट हो चुका है कि जमीन दलालों का सहयोग अंचलाधिकारी कर रहे हैं।

जमीन लूट करवाने में अचलाधिकारी की महत्वपूर्ण भूमिकाः

बिते 26 सितंबर को इसी भ्रष्ट गठजोड़ के कारन टोनको में मारपीट की घटना हुई थी। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि, बिते शनिवार को कुछ जमीन दलाल उक्त भूमि पर जब काम शुरु करने के लिए पहुंचे थें, तभी जिन जमीन मालिकों ने अपनी जमीन की बिक्री नही की थी, उन्होंने विरोध करना शुरु किया। तभी 30-40 की संख्या में पहुंचे जमीन दलालों ने विरोध करने वाले परिवार के सदस्य धर्मा लोहरा को जान से मारने की कोशिश की और इसी क्रम में जब उनकी मां और पत्नि ने जब धर्मा को बचाने की कोशिश की, तब जमीन दलालों ने उनकी मां और पत्नी के साथ भी मारपीट किया। मामले में पीड़ित परिवार द्वारा एयरपोर्ट थाना प्रभारी को भी सूचित किया गया है।

रजिस्ट्री डीड रद्द नहीं किया गया, तो अंचलाधिकारी के खिलाफ होगा जोरदार आंदोलनः ग्रामीण

ग्रामीणों की मानें तो यह जमीन कोटवारी है और सामूहिक जमीन है, जिसकी खरीद बिक्री नहीं हो सकती, लेकिन कुछ जमीन दलाल अंचल कार्यालय के साथ साठ-गांठ कर ऐसे कई धार्मिक, सामूहिक जमीन को बेचने का षड्यंत्र कर रहे हैं। ग्रामीणों ने इस जमीन पर हुए खरीद बिक्री को अवैध करार देते हुए रजिस्ट्री डीड रद्द करने की मांग की है, साथ ही उक्त जमीन को पुनः गांव की संपत्ति दर्ज करने की मांग की हैl यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो ग्रामीण आंदोलन करने को विवश होंगे। इस दौरान गांव के विनोद कच्छप,  दुर्गा कच्छप, बुलु उरांव सहित अन्य लोग उपस्थित रहें।

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