रिपोर्ट- बिनोद सोनी…
देश भर में आदिवासी धर्म कोड़ की मांग को लेकर महामहिम राष्ट्रपति के नाम सौंपा गया मांग पत्र, मांग को लेकर अ.भा.आ.विकास परिषद् ने रांची में बनाया विशाल मानव श्रृंखला.
रांचीः अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् के आह्वान पर पूरे भारतवर्ष के आदिवासी बहुल राज्यों में आदिवासी धर्म कोड़ की मांग को लेकर, मंगलवार को मानव श्रृंखला बना कर और धरना प्रदर्शन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम मांग पत्र सौंपा गया।
मंगलवार को राजधानी रांची में सर्जना चौक से लेकर राजभवन तक आदिवासी समाज द्वारा विशाल मानव श्रृंखला का निर्माण करते हुए राजभवन के समक्ष धरना भी दिया गया। मौके पर महामहिम राज्यपाल को पूर्व मानव संसाधन मंत्री सह अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती गीताश्री उरांव ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा। इसके अलावा सुबे के विभिन्न आदिवासी बहुल प्रखंडों में भी परिषद् के नेताओं द्वारा राष्ट्रपति के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी को मांग पत्र सौंपा गया। आदिवासी समाज की मांग है कि देश भर के आदिवासी जिसमें भील़, गौंड समेत कई आदिवासी शामिल हैं, इनकी भी, बौद्ध, हिन्दु शीख और ईसाई की तरह एक अलग आदिवासी धर्म कोड़ हो, ताकि उन्हें भी एक अलग पहचान मिल सके। और इनकी जनसंख्या के आधार पर ही विकास का खाका खींचा जाए।
वर्तमान में आदिवासियों की अलग धर्म कोड़ नहीं रहने के कारन कुछ आदिवासी जनगणना के दौरान अपना नाम हिन्दुओं के कॉलम में दर्ज करवाते हैं और कुछ अन्य धर्मों के लिए बने कॉलम में, इससे आदिवासियों के सही जनसंख्या का पता नही चल पा रहा है।