धर्म कोड़ की लड़ाई, अब आर-पार की होगी, 20 अक्टूबर को सभी प्रखंडों में राष्ट्रपति के नाम सौंपा जाएगा मांगपत्र और बनाया जाएगा विशाल मानव श्रृंखला…

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रिपोर्ट- ताजा खबर झारखंड ब्यूरो…

रांचीः अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के प्रदेश कार्यालय हेहल में सरना धर्म कोड की मांग को लेकर गुरुवार को विशेष बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता परिषद् की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती गीताश्री उराँव ने की।

आदिवासियों की एकमत सहमति नहीं होने के कारण आदिवासियों को अब तक अलग धर्म कोड नहीं मिल पाया हैः गीताश्री उरांव

बैठक में राँची जिला के विभिन्न प्रखंडों, पंचायतों एवं महानगर से आए सामाजिक कार्यकर्ता, धार्मिक अगुवागण एवं पदाधिकारीगणों से 20 अक्टूबर 2020 को आदिवासी/सरना धर्म कोड की मांग को लेकर होने वाले जनआंदोलन को सफल बनाने हेतु विचार-विमर्श के बाद श्रीमती गीताश्री उराँव ने पूरे समाज से आह्वान करते हुए कहा कि, सरना धर्म कोड की मांग बरसों से हो रही है, लेकिन देशभर के आदिवासियों की एकमत सहमति नहीं होने के कारण आदिवासियों को अब तक अलग धर्म कोड नहीं मिल पाया है।

देशभर के आदिवासियों ने “आदिवासी धर्म कोड़” की मांग पर सहमति जताई हैः गीताश्री उरांव

बैठक को संबोधित करते हुए गीताश्री उरांव ने बताया कि, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की राष्ट्रीय कमेटी ने देशभर के आदिवासियों को एकमत करने हेतु “आदिवासी धर्म कोड” की मांग के लिए सहमति जताई है। ताकि आदिवासियों को उनकी अलग पहचान मिल सके।

गीताश्री उरांव ने आगे कहा कि आदिवासी कोड मिलने के बाद, प्रकृति पूजक आदिवासी “ब्रैकेट” में सरना, जाहेर, भिली, गोंडी या अन्य धर्म लिख सकते है। धर्म कोड की लड़ाई, अब आर-पार की लड़ाई होगी। क्योंकि राजनीतिक षड़यंत्र के तहत जनगणना प्रपत्र से “अन्य” के कॉलम को भी हटा दिया गया है। ऐसे में सभी आदिवासी एकमत नहीं होंगे तो इसबार भी हमें अलग धर्म कोड नहीं मिलेगा। मजबूरन सभी प्रकृति पूजक आदिवासियों को हिंदू या दूसरे धर्मों में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी पड़ेगी, जो हम प्रकृति पूजक सरना धर्मावलंबियों के लिए घातक सिद्ध होगा और अपने अस्तित्व और पहचान से हाथ धोना पड़ेगा।

20 अक्टूबर को देशभर के सभी प्रखंडों में राष्ट्रपति के नाम सौंपा जाएगा मांग पत्रः

20 अक्टूबर 2020 के जनआंदोलन की रणनीति के तहत सभी प्रखंड पदाधिकारियों को अपने-अपने प्रखंड में विशाल मानव श्रृंखला सह मोटरसाइकिल रैली निकालने की बात कही गई एवं प्रखंड विकास पदाधिकारियों को महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम ज्ञापन सौंपने की बात कही गई है। वहीं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद् की महानगर कमिटी, महामहिम राष्ट्रपति महोदय के नाम, उपायुक्त महोदय को मांग पत्र सौंपेंगी।

बैठक में बुन्डू, तमाड़ , नामकुम,सिल्ली, अनगड़ा, ओरमांझी, काँके, बेड़ो, नगड़ी, चान्हो, माण्डर, इटकी, कुड़ू, लापुंग, बुढ़मू एवं राँची महानगर के सभी वार्ड से लोग उपस्थित हुए।

बैठक मे मुख्य रूप से अखिल भारतीय आदिवासी विकास की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती गीता श्री उरांव, प्रदेश महासचिव सुशील उरांव , रांची जिला अध्यक्ष कुनदरसी मुण्डा, महानगर अध्यक्ष पवन तिर्की, जिला महासचिव कार्तिक लोहरा, वासुदेव भगत, नैन तारा उरांव, उषा उरांव, तेतरी उरांव, मनोज उरांव, संदीप उरांव, सुनिता कच्छप, किस्टो उरांव, नॉवेल कच्छप, सुनिता मुण्डा, प्रकाश मुण्डा, मंगल उरांव, जया टोप्पो, छोटी बाला सागां, संगीता कच्छप, चन्द्र देव उराँव, कृष्णा उराँव, संदीप खलखो इत्यादि उपस्थित रहें।

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