पलामू जिला, करसो पंचायत के मुखिया पति, शंकर साव पर अवैध हथियार के बल पर दलित समुदाय को धमकाने का आरोप, पीड़ित ने आवेदन एसपी को दिया.

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रिपोर्ट- संजय वर्मा…

पलामूः पलामू जिला, करसो पंचायत के मुखिया पति, शंकर साव पर अपने 4-5 गुर्गों के साथ अवैध हथियार लेकर दलितों को धमकाने का आरोप लगा है। करसो पंचायत निवासी पीड़ित शिवलाल सिंह ने इस बारे में जिले के एसपी से लिखित शिकायत की है। 30 वर्षीय शिवलाल सिंह, पिता मोहन सिंह ने एसपी को दिये आवेदन में कहा है कि, दिनांक 1 मई 2023 को शंकर साव, अपने 4-5 गुर्गों के साथ हथियार लेकर रात के नौ बजे मेरे घर पहुंचे और कहा कि, तुम मेरे साथ मेरे लिये काम करो, नहीं तो जान मार देंगे। जब मैंने ईन्कार किया कि, मैं आपके साथ नही रहुंगा, तो कॉलर पकड़ कर मुझे मारने लगें। इसके बाद मां-बहन की गाली देते हुए कहा कि साला खेरवार, हरिजन तुम लोगों का कोई कीमत नहीं है। पांच दिन का समय दे रहे हैं। मेरे साथ जुड़ जाओ नहीं तो दूसरी बार आ गएं, तो गोली मार देंगे।

पीड़ित़, शिवलाल सिंह द्वारा जिले के एसपी को सौंपा गया आवेदन की कॉपी.

शंकर साव की धमकी से मेरे परिवार के लोग रोने-चिलाने लगे और शंकर साव मुझे लात घुसे से मारते रहें। जब गांव के लोग वहां जमा होने लगे तो शंकर साव अपने गुर्गों को लेकर वहां से चले गएं। पांच मई को शंकर साव दुबारा शायं के 7 बजे मेरे घर पहुंचे और बोला कि क्या निर्णय लिया? मेरे साथ जुड़ोगे की नहीं? जब मैने फिर इन्कार कर दिया, तो उसने कहा कि तुम नहीं मानोंगे, तुमको भी अब और लोगों की तरह जेल भेजवाना पड़ेगा, तब तुम मानोंगे। शंकर साव ने ये भी कहा कि मेरे पास हथियारों की कमी नहीं है। मैं अपने हथियार वायरल भी कर चुका हूं, कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ लेगा।

शिवलाल सिंह ने अपने आवेदन में एसपी से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए कहा है कि, इस घटना से मैं काफी डरा हुआ हूं। चुंकि मैं समाजिक कार्यों में ज्यादा व्यस्त रहता हूं और लगातर समाज के कार्यों को लेकर मेरा घुमना-फिरना लगा रहता है। मुझे डर है कि शंकर साव मुझे मरवा सकता है या फिर किसी ना किसी बहाने झुठा केस में मुझे फंसा सकता है। अतः महाशय से निवेदन है कि शंकर साव के विरुद्ध कानून सम्मत कार्रवाई करते हुए मुझे न्याय दिलाया जाए।

पीड़ित शिवलाल सिंह ने फोन पर बात करते हुए ताजा खबर झारखंड के संवाददाता को बताया कि, मुखिया पति, शंकर साव पंचायत चुनाव के समय से ही मुझ से नाराज हैं। उसने मुझे अपने समुदाय(खेरवार) का वोट अपनी पत्नी के पक्ष में दिलवाने के लिए कहा था, लेकिन मैंने इस बारे में खेरवार समुदाय के लोगों से कोई बात नहीं कि और सभी ने अपने मन से अपने मत का प्रयोग किया था। शंकर सिंह पूर्व में गांव के कई युवकों को झुठा केस करके जेल भिजवा चुका है। गांव वाले जब उन्हें ग्रामसभा की बैठक में बुला कर उनसे बात करना चाहते हैं, तो वे ग्रामसभा की बैठक में भी नहीं आते हैं। शंकर साव स्पष्ट कहता है कि कोई मेरा कुछ नहीं बिगाड़ लेगा।

कूल मिला कर ये मामला संविधान के अनुच्छेद-21 का हनन है। अनुच्छेद-21 में स्पष्ट है कि देश के हर नागरीक को गरीमा के साथ जीवन जीने का अधीकार है। अगर कोई भी व्यक्ति, व्यक्ति विशेष के संवैधानिक अधीकारों का उल्लंघन करता है तो, निश्चित तौर पर उसके उपर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।

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