रिपोर्ट- बिनोद सोनी…
राँची: झारखंड में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, राज्य में हालात यह है कि सूबे के जल संसाधन मंत्री और सत्ताधारी पार्टी झामुमो के विधायक और पूर्व विधायक को भी कोरोना महामारी ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। मंत्री, विधायक और पूर्व विधायक कोविड-19 अस्पताल में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं और तो और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन उनके आप्त सचिव और प्रेस सलाहकार सहित CMO के कई अधिकारियों को भी self-quarantine में जाना पड़ गया है। इसका असर यह हुआ कि अधिकतर राजनीतिक पार्टियां अपने प्रदेश कार्यालय अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिये हैं।
राज्य की सत्ताधारी पार्टियां झामुमो, कांग्रेस और राजद के प्रदेश पार्टी मुख्यालय बाहरी लोगों के लिए पूरी तरह से प्रवेश निषेध कर दिया गया है साथ ही मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी ने भी ऐहतियातन अपने प्रदेश कार्यालय में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। इस तरह से कहा जा सकता है कि प्रदेश में सरकार और प्रमुख विपक्षी पार्टियां क्वारंटीन हो गयी हैं। ऐसे में आम जनता के बीच फिर से लॉक डाउन को लेकर तरह-तरह की आशंकाऐं जन्म ले रही हैं।