Browsing Tag

Dr. Rameshwar Oran

आखिर गलत क्या कहा मंत्री रामेश्वर उरांव ने, क्यों मची है हाय तौबा?

रिपोर्ट- बिनोद सोनी... राँची: स्थानीय अखबारों में झारखंड के वित्त मंत्री सह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के हवाले से छपी खबर जिसमें, रामेश्वर उरांव ने राजधानी रांची में बिहारीयों व मारवाड़ीयों के आकर बसने के कारण, यहां के आदिवासी कमजोर हुए

“लोकतंत्र के लिए आवाज उठाओ” कांग्रेस ने कार्यक्रम का किया आयोजन…..

रिपोर्ट- बिनोद सोनी... रांची : रविवार को पूरे देश में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल के निर्देश पर "लोकतंत्र के लिए आवाज उठाओ" नाम से कार्यक्रम का आयोजन सोशल मीडिया के माध्यम से किया गया। कार्यक्रम को लेकर प्रदेश

झारखंड में लॉक डाउन के अटकलों पर लगा विराम, नहीं लगेगा संपूर्ण लॉक डाउन…..

रिपोर्ट- बिनोद सोनी... राँची: झारखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच कयास लगाया जा रहा था कि, राज्य में पूर्ण लॉकडाउन लागू की जाएगी, लेकिन इन अटकलों पर गुरुवार को वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने विराम लगा दिया है। वित्त

झारखंड के कांग्रेसी महत्वाकांक्षी नहीं, यहां बीजेपी की दाल नही गलने वालीः डा. रामेश्वर उरांव

रिपोर्ट- बिनोद सोनी... राँची: मध्य प्रदेश के बाद राजस्थान में हो रहे सियासी उथल-पुथल के बीच झारखंड के वित्त मंत्री डा. रामेश्वर उरांव ने झारखंड प्रदेश भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा है कि झारखंड में भी भाजपा के लोग सरकार को उत्तल पुथल करने

जन धन योजना का लाभ पुरुषों को भी दे केन्द्र सरकारः डा. रामेश्वर उरांव

रिपोर्ट- बिनोद सोनी... रांचीः 19 जून को राहुल गांधी के जन्मदिन को लेकर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की गयी, जिसमें झारखंड सरकार में कांग्रेस

दो माह का मिलेगा अतिरिक्त अनाज, 1228 दाल भात केंद्रों में गरीबों को मिलेगा मुफ्त भोजन….

रिपोर्ट- बिनोद सोनी... दो माह का मिलेगा अतिरिक्त अनाज, 1228 दाल भात केंद्रों में गरीबों को मिलेगा मुफ्त भोजन.... राँची: करोना वायरस के संकट को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी 1228 दाल भात केंद्रों पर मई माह तक गरीबों को निःशुल्क भोजन

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के ब्यान पर मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा, 4000 स्कूलों को बंद कर कैसा…

रिपोर्ट- बिनोद सोनी... राँचीः मोमेंटम झारखंड का मामला धीरे-धीरे तूल पकड़ता जा रहा है। जब रघुवर दास सत्ता में थें तब इस मामले में कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया, लेकिन जैसे ही वे सत्ता से बाहर हुएं, इस मामले को लेकर उनके उपर भ्रष्टाचार