सीसीएल- खलारी एन. के. एरिया में चल रहे स्क्रैप घोटाले का पर्दाफाश….

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रिपोर्ट- मुमताज अहमद…

*रिमोट कंट्रोल से ठेका कंपनी के कर्मचारी कांटा घर को कर रहे थें संचालित।
*सीआईएसएफ के मुख्य आरक्षक ने शक् के आधार पर लोड ट्रक को जप्त किया।
*सीआईएसएफ और सीसीएल के वरीय अधिकारियों ने की जांच।
*खलारी थाना में प्राथमिकी दर्ज करवाने की प्रक्रिया जारी।

रांचीः खलारी एनके एरिया के केडीएच कांटा घर पर सीआईएसएफ जवान ने स्क्रैप लदे ट्रक नम्बर JH- 01FQ 4255 को शक् के आधार पर जप्त कर खलारी थाना के हवाले किया है। ट्रक राज मधु इंटरप्राईजेज नामक कंपनी का है, जो एनके एरिया में स्क्रैप उठाने का कार्य “राज मधु इंटरप्राइजेज” के लिए कर रही है।

इस तरह किया जा रहा था घोटालाः

जानकारी के अनुसार दिनांक 26 दिसंबर 2024 की शायं लगभग साढ़े पांच बजे “राज मधु इंटरप्राइजेज” के स्क्रैप लोड ट्रक का वजन केडीएच कांटा घर में हो रहा था। इस दौरान कांटा घर में सीसीएल के कांटा बाबू रोहित कुमार, लोडिंग विटनेश हीरालाल, और प्रधान आरक्षक असूचना विभाग सीआईएसएफ के एच. के. पांडेय मौजुद थें। कांटा घर के ईलेक्ट्रोनिक मीटर में वजन के दौरान स्क्रैप लोड ट्रक का वजन 17.80 टन पाया गया, लेकिन सीआईएसएफ के प्रधान आरक्षक असूचना विभाग, एच.के. पांडेय को ट्रक में लोड स्क्रैप को देख कर शक् हुआ। लोड ट्रक का वजन करने के दौरान राज मधु इंटरप्राईजेज के तीन कर्मचारी भी वहां मौजुद थें। यहां उनसे पुछताछ करने के बाद इन कर्मचारियों की जांच की गई। इनके पास से पांच रिमोट कंट्रोल बरामद किया गया। इसके बाद इन लोगों को कांटा घर से लगभग 500 मीटर दूर भेज कर पुनः लोड ट्रक का वजन किया गया। इस दौरान लोड ट्रक का कूल वजन 42.705 टन आया। यानि पूर्व की अपेक्षा इस बार ट्रक का वजन लगभग तीन गुणा अधीक आया। लोड अधीक होने के शक् की पुष्टि होने के बाद, मौके पर मौजुद प्रधान आरक्षक सीआईएसएफ, एच. के. पांडेय ने मामले की सूचना सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार को दी। सूचना पर अशोक कुमार कांटा घर पहुंचे और उन्होंने भी इसे सही पाया, जिसके बाद सीआईएसएफ के वरीय अधिकारी, और सीसीएल के आधिकारी भी कांटा घर पहुंचें और मामले की छानबीन की। ऐसी आशंका जताई गई कि हो सकता है की ईलेक्ट्रोनिक कांटा गलत वजन दर्शा रहा है, इसकी पुष्टि के लिए जब ट्रक को पूर्णाडीह स्थित कांटा घर ले जाकर वजन किया गया, तो वहां भी लोड ट्रक का वजन 42.705 टन आया। यहां ये स्पष्ट हो गया की यहां घोटाला किया जा रहा था। 27 दिसंबर की सुबह सीसीएल के अधिकारी, जिले के उपायुक्त और सीआइएसएफ के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की गंभीरता से जांच की।

इस तरह सीआईएसएफ जवान ने किया घोटाले का पर्दाफाशः


राज मधु इंटरप्राइजेज के कर्मचारियों के पास से बरामद रिमोट कंट्रोल दिखाते सीआईएसएफ के प्रधान आरक्षक, एच.के. पांडेय।

सीआईएसएफ के प्रधान आरक्षक असूचना विभाग, एच. के. पांडेय ने ताजा खबर झारखंड को बताया कि “राज मधु इंटरप्राइजेज” के तीनों कर्मचारियों के पास से पांच रिमोट कंट्रोल बरामद होने के बाद मेरा शक् और भी अधीक बढ़ गया था। इनके पास से बरामद रिमोट में चार बटन है, ए,बी,सी और डी। ठेका कंपनी के ये कर्मचारी रिमोट का उपयोग कर कांटा घर में वजन करने के दौरान लोड ट्रक का वजन कम कर दिया करते थें। रिमोट के चार बटन में से ए बटन दबाने पर वजन वास्तविक लोड को कम दिखाता था और बी बटन दबाने पर वजन अधीक दिखाता है।

लम्बे समय से सीसीएल को चुना लगाने का खेल जारी रहने की आशंकाः

बताते चलें कि सीसीएल ने यहां तीन कंपनी, राज मधु इंटरप्राईजेज, लक्की ट्रेडर्स और सांई इंटरप्राईजेज को स्क्रैप उठाव करने का ठेका दिया हुआ है। ये कंपनियां यहां लंबे समय से स्क्रैप का उठाव कर रही है। इस मामले के उजागर होने के बाद ये अंदेशा जताया जा रहा है कि, यहां स्क्रैप उठाव में करोड़ों का वारा न्यारा हो रहा है और इसमें सीसीएल के अधिकारियों की भी संलिप्तता है। क्योंकि स्क्रैप लोड ट्रक का वजन करते ठेका कंपनी के कर्मचारी ही रिमोट से कंट्रोल करते हुए पकड़े गए हैं। लोड ट्रक का वजन करने के दौरान सीसीएल के कांटा बाबू और लोडिंग विटनेश भी मौके पर मौजुद रहते हैं। ऐसे में सीसीएल के इन अधिकारियों की संलिप्तता से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। खबर लिखे जाने तक 27 दिसंबर की शायं 5 बजे तक इस गोरख धंधे में संलिप्त कंपनी के उपर खलारी थाना में प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई जारी थी। हो सकता है कि इस मामले की जांच मे लीपापोती हो जाए, क्योंकि इस गोरखधंधे की अगर सही तरीके से जांच हो तो ठेका कंपनी के साथ-साथ सीसीएल के कई अधिकारी भी इसमें फँस सकते हैं। जरुरी है कि इस मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए, ताकि देश को करोड़ों-अरबों का नुकशान पहुंचाने वाले भ्रष्टाचारियों को दंडित कर भारत रत्न कंपनी को होने वाले नुकशान से बचाया जा सके।

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