26 अप्रैल 2021 को भाकपा(माओवादी) पूर्वी रीजनल ब्यूरो, केन्द्रीय कमेटी ने किया भारत बंद का आह्वान…
रिपोर्ट- ताजा खबर झारखंड ब्यूरो…
रांचीः भाकपा(माओवादी) की दण्डकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता, कामरेड विकल्प ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर 3 अप्रैल 2021 को छत्तीसगड़ के “जीरागुड़ेम” गांव में हुई घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि, 3 अप्रैल को लगभग 2000 की संख्या में सीआरपीएफ, डीआरजी, कोबरा, एसटीएफ के जवान छत्तीसगड़ के बीजापुर व सुकमा के गांवों पर हमला करने के लिए आ रहे थें, जिसकी जानकारी मिलने के बाद जन मुक्ति छापामार सेना(पीएलजीए) के योद्धाओं ने “जीरागुड़ेम” गांव के पास प्रति हमला किया, जिसमें 24 जवान मारे गएं और 31 से भी अधिक जवान घायल हुए हैं। यहां कोबरा के एक जवान को बंदी बनाया गया। इस प्रति हमला के दौरान जन मुक्ति छापामार सेना(पीएलजीए) के चार योद्धा(कामरेड ओड़ी सन्नी, कामरेड पदाम लखमा, कामरेड कोवासी बदरु व कामरेड नूपा सुरेश) शहीद हो गयें।
कामरेड विकल्प ने जारी विज्ञप्ति में आगे कहा है कि, नक्सलबाड़ी आंदोलन के जन्मकाल से लेकर अबतक शासक वर्ग के सैनिकों ने हमारे हजारों साथियों की बर्बरतापूर्वक हत्या कर दी है। पार्टी समर्थक जनता के उपर जुल्म और अत्याचार किए हैं, जनता के घरों को तोड़ा गया, झुठे मुकदमों में फंसा कर उन्हें जेल भेज दिया गया, फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया गया महिलाओं के साथ सामुहिक बलात्कार और अंग भंग किया गया है।
वहीं बिते 16 मार्च को बिहार के गया जिला स्थित डुमरिया थाना क्षेत्र के मोनवार गांव में चार माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराए जाने की घटना पर बताया गया है कि, कामरेड अमरेश सिंह भोक्ता, कामरेड उदय पासवान, कामरेड सीता भूईयां और कामरेड शिवपूजन यादव को पुलिस के मुखबिरों द्वारा जहर खिला कर पहले बेहोश कर दिया गया, फिर अचेतावस्था में पिटाई करते हुए सुरक्षाबलों द्वारा मुठभेड़ के नाम पर हत्या कर दी गई।

वहीं केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए विज्ञप्ति के माध्यम से कहा गया है कि मोदी सरकार के जनविरोधी आचरण के खिलाफ देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है। इससे बौखला कर मोदी सरकार तरह तरह के हथकंडे अपना कर बलपूर्वक लोगों की जुबान बंद करने का प्रयास कर रही है। मोदी सरकार अपने नापाक ईरादे “घेरा डालो, विनाश करो” की बर्बर सैनिक मुहिम तेज कर जनता के साथ घोर अन्याय कर रही है, लेकिन देश की जनता सरकार के इस अड़ियल रवैये को कभी बर्दास्त नही करेगी। माओवादी क्रांतिकारी संघर्ष देशभर में जारी है और आगे भी जारी रहेगा, जब तक की मुकाम हांसिल न कर लिया जाता है।
वहीं कामरेड विकल्प ने केन्द्रीय गृहमंत्री, अमित शाह का ये कथन कि, जबतक माओवादी क्रांतिकारियों को नष्ट नहीं कर दिया जाता है, तब तक “ऑपरेशन प्रहार” जारी रहेगा। इस पर कहा है कि, उनकी ये मानसिकता अवश्य ही चकनाचूर होगी और “ऑपरेशन प्रहार” भी धाराशायी होगा। भाकपा (माओवादी) की केन्द्रीय कमेटी देश के आदिवासी-मुलवासी जनता की व्यापक जनसंहार की साजिश के खिलाफ देश में चल रहे तमाम जन संघर्षों को उंचा उठाने के लिए आगामी 26 अप्रैल 2021 को भारत बंद का आह्वान करती है, और आम जनता से इस बंद को सफल बनाने का आह्वान करती है।