पदयात्रा में शामिल होने जा रहे मैग्सेसे पुरुस्कार से सम्मानित संदीप पांडे और आंदोलनकारी राजीव यादव, बिनोद यादव समेत कई आंदोलनकारियों को पुलिस ने लिया हिरासत में….
रिपोर्ट- बलवंत यादव…
आजमगड़(खिरियां की बाग, कप्तानगंज)- जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा व संयुक्त किसान मोर्चा के विभिन्न प्रतिनिधियों ने खिरियां की बाग में पिछले दो माह से भी अधीक समय से चल रहे धरने को जारी रखा है। 24 दिसंबर को धरना कार्यक्रम में पुलिस प्रशासन द्वारा मैग्सेसे पुरस्कार विजेता संदीप पांडे और उनके साथियों के पदयात्रा रोकने और किसानों की जमीन बचाने के लिए आंदोलन कर रहे राजीव यादव, विनोद यादव की ए.टी.एस. द्वारा गिरफ्तारी की निंदा की गई।
ज्ञात हो कि आजमगढ़ में प्रस्तावित मंदुरी एयरपोर्ट विस्तारीकरण के नाम पर ग्रामवासियों की बहुफसलिय जमीन छीने जाने के खिलाफ पिछले ढाई महीने से ऊपर आजमगढ़ के खिरिया की बाग में धरना चल रहा है। ग्रामवासियों के आंदोलन के समर्थन में मैग्सेसे अवार्ड विजेता व सामाजिक कार्यकर्ता संदीप पांडे और उनके साथी बनारस कैंट से आजमगढ़ आंदोलन स्थल, खिरिया की बाग तक पदयात्रा के लिए अहले सुबह निकले थें, तभी पुलिस प्रशासन ने उनको वाराणसी कैंट के पास से गिरफ्तार कर पुलिस लाइन ले गई। संदीप पांडे और उनके साथियों के गिरफ्तारी की खबर फैलते ही पूरे पूर्वांचल के किसान आन्दोलनकारियों में रोष व्याप्त हो गया है।
अनिश्चितकालीन धरना कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि शांतिपूर्ण पदयात्रा निकालना कोई गुनाह नहीं है। हमारे देश में लोकतंत्र निर्माण के लिए शांतिपूर्ण पद यात्राओं का लंबा इतिहास रहा है, लेकिन अब जनविरोधी, लोकतंत्र विरोधी सरकार को पद यात्राओं से भी भय लगने लगा है। खेद जनक है कि, आजमगढ़ के ग्रामीण जनता द्वारा खिरियां की बाग में अपनी बहुफसलिय जमीन और मकान बचाने के लिए शांतिपूर्ण तरीक़े से लोकतांत्रिक धरना करते हुए ढाई महीने हो गएं, लेकिन सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगा, उल्टे किसानों के समर्थन में लोकतांत्रिक तरीके से निकाल रहे पदयात्रा पर रोक लगा दिया गया। धरनारत्त जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा के संदीप पांडे और उनके साथियों की गिरफ्तारी की घोर निंदा करता है।
जानकारी देते चलें कि, उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ अपने ड्रीम प्रोजेक्ट मंदुरी हवाई अड्डे का विस्तारीकरण की तैयारी में हैं, लेकिन इस विस्तारीकरण का स्थानीय नागरीक जम कर विरोध कर रहे हैं। मंदुरी हवाई अड्डे का विस्तारीकरण होने से 8 ग्रामसभाओं की कृषि योग्य उपाजाऊ जमीन,4 हजार मकान और लगभग 45 हजार लोग सीधे तौर पर प्रभावित होंगे। सरकार यहां विस्तारीकरण के लिए कूल 670 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने वाली है, जिसका स्थानी ग्रामीण विरोध कर रहे हैं। पिछले ढ़ाई माह से चल रहे इस अनिश्चितकालीन धरना कार्यक्रम में जन आंदोलनों की नेता मेधा पाटेकर, किसान नेता राकेश सिंह टिकैत, मैग्सेसे पुरुष्कार से सम्मानित संदीप पांडे, एनएपीएम की राष्ट्रीय संयोजक अरुंधती धुरु, किसान नेता गुरुनाम सिंह चहूनी, राष्ट्रवादी जनवादी मंच के महासचिव डा. बी. एन. गौड़ समेत कई आंदोलनकारी शामिल हो चुके हैं और इनका समर्थन जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा व संयुक्त किसान मोर्चा को प्राप्त है।
धरना के दौरान उपस्थित सैंकड़ों ग्रामीणों को आंदोलनकारी रामनयन यादव, दुखहरण राम, रामकुमार यादव, अशोक, विनय उपाध्याय, रविंदर यादव, नंदलाल मास्टर, दान बहादुर मौर्य, नंदू मास्टर, प्रेम नारायण, सूरजपाल, ओम प्रकाश भारती समेत कई लोगों ने संबोधित किया।