मध्य रात्रि छापर बालू घाट में 6 वाहनों में आगजनी, थाना प्रभारी निलंबित.
रिपोर्ट- अन्नू साहू
रांची(बुड़मू प्रखंड)- बुढ़मू प्रखंड के छापर गांव के समिप दामोदर नदी बालू घाट पर हमला कर अवैध तरीके से रात के 12 बजे बालू का उठाव कर रहे आधा दर्जन से अधीक वाहनों को उग्रवादियों ने आग के हवाले कर दिया। वाहनों में 4 टर्बो, 1 ट्रेक्टर,1 जेसीबी मशीन और हाईवा शामिल है। इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
जेजेएमपी उग्रवादी संगठन ने दिया घटना को अंजामः सूत्र
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि एनजीटी द्वारा बालू उठाव पर रोक के बावजुद छापर स्थित दामोदर नदी बालू घाट से रात के अंधेरे में बालू का उठाव लंबे समय से जारी है। मामले की जानकारी पुलिस को भी है, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई बालू माफियाओं के खिलाफ नहीं कर रही है। सुत्र बताते हैं कि बालू का उठाव पुलिस के साथ साठगांठ कर बालू माफिया कर रहे हैं। वहीं क्षेत्र में सक्रीय उग्रवादी संगठन और अपराधी गिरोह लेवी की मांग को लेकर घटना को अंजाम देते हैं। मंगवार की रात हुई घटना के बारे में सूत्र बताते हैं कि, जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के एरिया कमांडर राहुल तुरी उर्फ़ अलोक जी के दस्ते ने घटना को अंजाम दिया है। जेजेएमपी उग्रवादी संगठन लातेहार, गुमला और लोहरदगा जिले में लंबे समय से सक्रीय है और हाल के दिनों में रांची जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी संगठन के सदस्य सक्रीय हो चुके हैं। जेजेएमपी उग्रवादी संगठन डर का माहौल पैदा कर बालू माफियाओं से लेवी वसूलने के प्रयास में है।
कई उग्रवादी संगठन और आपराधिक गिरोह छापर बालू घाट से करते हैं करोड़ों की लेवी वसूलीः
जानकार बताते है कि छापर बालू घाट उग्रवादी संगठन और अपराधियों का चरम अड्डा है। उग्रवादी और अपराधी संगठन इस घाट से करोड़ों की उगाही करते हैं। जो उग्रवादी या अपराधी संगठन जितना शक्तिशाली है, उसे उतनी ही ज्यादा लेवी की रकम मिलती है। बावजुद यहां आगजनी की घटना समय समय पर होते रही है। बुढ़मू छापर घाट में टीएसपीसी, जेजेएमपी, पांडेय गिरोह, अमन साव गिरोह, अलोकजी गिरोह, वीएस तिवारी गिरोह सक्रिय है। इन गिरोहों को यहां से लेवी दी जाती है।
रात के अंधेरे में थाने के सामने से गुजरती है बालू लदे वाहनः
पुलिस यहां समय-समय पर कार्रवाई भी करते रही है, लेकिन ये कार्रवाई मात्र एक आईवॉश होता है। पुलिस ये जताना चाहती है कि पुलिस की नजर अपराधियों पर है और पुलिस सक्रीय है, लेकिन हकीकत ये है कि, जिस रास्ते से होकर बालू लदा वाहन रात के अंधेरे में गुजरता है, वो रास्ता थाना के समिप से ही होते हुए जाता है। इस बालू घाट से बालू उठाव अनवरत जारी है और करोड़ों का वारा न्यारा हो रहा है। इस वारे न्यारे में उग्रवादी संगठन, अपराधी गिरोह, सफेदपोश सहित दर्जनों अवैध स्टॉकर शामिल हैं।
पुलिस की कार्यशैली पर सवालः
जानकारी देते चलें कि बालू का अवैध कारोबार रात के अंधेरे में राज्य के कई जिलों में जारी है। बिते सप्ताह “ताजा खबर झारखंड” न्यूज वेबासाईट पर खूंटी जिला के अड़की प्रखंड में धड़ल्ले हो रहे बालू के अवैध कारोबार पर रिपोर्ट प्रकाशित किया गया था। उस दौरान खूंटी के जिला खनन पदाधिकारी राम सिंह ने “ताजा खबर झारखंड” के संवाददाता से कहा था कि, रात के अंधेरे में हो रहे बालू के कारोबार पर रोक लगाना संभव नहीं है। क्योंकि रात में कार्रवाई करने के लिए पुलिस का सहयोग चाहिए और पुलिस हमें सहयोग नहीं करती है। खनन पदाधिकारी का ये जवाब, पुलिस महकमे की कार्यशैली पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।
बुड़मू थाना प्रभारी निलंबितः
इघर घटना के बाद रांची एसएसपी, चंदन कुमार ने बुढ़मू थाना के थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है।