समाजिक कार्यकर्ता रुणा शुक्ला ने वृद्ध महिला को मिलवाया उनके परिजनों से, कल्याण विभाग ने झाड़ लिया था पल्ला…
रिपोर्ट- वसीम अकरम…
रांचीः बिते 25 नवंबर को समाज कल्याण विभाग द्वारा एक वृद्धा को सड़क से उठा कर जबरन वृद्धा आश्रम पहुंचा दिया गया था, जहां वह वृद्ध महिला रहना नहीं चाहती थी। वृद्ध महिला बार-बार घसीट कर चलते हुए आश्रम के गेट तक चली जा रही थी, जिससे आश्रम के लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। महिला अपने परिजनों के पास जाने की जिद्द करते रही, जिसके बाद आश्रम की संचालिका सिस्टर ऐमा ने सामाजिक कार्यकर्ता रुणा शुक्ला को फोन कर आश्रम बुलाया और उन्हें वृद्ध महिला के परिजनों को खोज कर उनसे संपर्क करने का निवेदन किया। ये बातें सिस्टर ऐमा ने बताई।
समाजिक कार्यकर्ता रुणा शुक्ला ने वृद्ध महिला से बातचीत करने के बाद मात्र दो घंटे के अंदर उनके परिजनों को खोज निकाला। और उन्हें फोन कर आश्रण बुलाया। वृद्धा की बहू सोनी देवी, जो कि एक घरेलू कामगार है, अपनी सासु मां को लेने के लिए 5 दिसंबर को वृद्धा आश्रम पहुंची और उन्हें लेकर अपने घर पहुँची।
वृद्धा की बहु ने बताया की उनकी सासु मां को दिन के 12 बजे तक देखा था, उसके बाद कहाँ और कैसे चली गई इसकी कोई जानकारी परिजनों को नही है। फिर किसी ने बताया कि एक बृद्ध महिला के बारे में किसी अखबार में समाचार छपा है, कि समाज कल्याण विभाग द्वारा 25 नवंबर 2020 को अपना घर वृद्धा आश्रम में रखवाया गया है, जबकि वह महिला अपने घर जाना चाह रही थी। समाज कल्याण विभाग के कार्यों से एसा प्रतित होता है की विभाग ने महिला को वृद्धा आश्रम पहुंचा कर अपना पल्ला झाड़ लिया था।