धनबाद के बलियापुर में कोयले का अवैध कारोबार धड़ल्ले से जारी, प्रतिदिन हो रही है लाखों की उगाही….

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रिपोर्ट- अशोक कुमार, धनबाद…

लगातार अवैध कोयला खनन से हो रही मौतों का कोयला तस्करों पर कोई असर नहीं।

धनबाद का बलियापुर बना कोयला तस्करों का सेफ जोन, सीआईएसएफ की यहां पहुंच नहीं।

कोयला तस्करों को बलियापुर थाना की पुलिस का खौफ नहीं, दोनों में है दोस्ताना संबंध

पुलिस कप्तान के निर्देश का भी थाना प्रभारी पर नहीं कोई असर

धनबादः धनबाद के निरसा में बीते मंगलवार को हुए अवैध कोयला उत्खनन के दौरान दर्जन भर से ज्यादा लोग काल के मुंह में समा चुके हैं। इस घटना से जिले के पुलिस महकमा में खलबली मची हुई है, लेकिन बलियापुर पुलिस को इसकी तनिक भी चिंता नहीं है, तभी तो बलियापुर थाना क्षेत्र में अवैध कोयले का कारोबार अब भी धड़ल्ले से चालू है और यहां डंके की चोट पर कोयले का काला कारोबार जारी रहा है। आखिर इसके पीछे की वजह क्या है? कौन हैं वे लोग जिनके संरक्षण में ये अवैध कारोबार जारी है?

पुलिस कप्तान के निर्देश का थाना प्रभारी पर कोई असर नहीः

बलियापुर थाना क्षेत्र के गोलमारा, आमटाल, प्रेम नगर, बेलघुटु में कूल आठ जगहों पर डंके की चोट पर अवैध डीपो खोलकर अवैध कोयले का कारोबार चल रहा है। लेकिन पुलिस जान कर भी अंजान बनी हुई है। जानकारी लेने पर कार्यवाई करने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ लेती है। अभी कुछ दिन पूर्व ही धनबाद के पुलिस कप्तान ने क्राइम मीटिंग के दौरान थानेदारों को शख्त हिदायत दी थी कि, किसी भी थाना क्षेत्र में कोयले का अवैध कारोबार होता पाया गया, तो वहां के थानेदार जिम्मेदार होंगे। लेकिन पुलिस कप्तान के इस निर्देश को कोई असर थाना प्रभारी पर नहीं पड़ा और इस थाना क्षेत्र अवैध कोयले का कारोबार अब भी बे रोकटोक जारी है। इससे स्पष्ट होता है कि स्थानीय पुलिस के साथ अवैध कोयला कारोबारियों का दोस्ताना संबंध है, जिसके कारन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है, और कोयला कारोबारी पुलिस से बेखौफ हो कर अपना अवैध कारोबार चला रहे हैं।

आमटाल और गोलमारा में सिंह जी संचालित कर रहे हैं अवैध कोयले का कारोबारः

सुत्रों से मिली जानकारी के अनुशआर आमटाल और गोलमारा में एक सिंह जी ने अवैध कोयले के कारोबार का कमान संभाल रखा है। इनके अवैध धंधे को गोलमारा के कुछ बेरोजगार युवक सहयोग कर आगे बढ़ा रहे हैं। उक्त सभी कोयला तस्कर का संबंध पुलिस से इतना मधुर है कि, दिन हो या रात साइकिल, मोटरसाइकिल, टेंपो और हाइवा से कोयला ढुलाई कर रहे हैं। अगर कोई इन कोयला तस्करो के खिलाफ आवाज उठाता है तो, उसे बुरे परिणाम भुगतने की धमकी दी जाती है, जिसके कारण कोई भी व्यक्ति विरोध करना मुनासिब नहीं समझता है, क्योंकि सभी जानते हैं कि शिकायत करने पर पुलिस इनका कुछ नही बिगाड़ेगी, उल्टा पुलिस इन लोगों को ही परेशान करेगी।

कोयला तस्करों के लिए बलियापुर सेफ जोनः

कोयला तस्करों ने बलियापुर थाना क्षेत्र को सेफ जोन मानते हुए अपना काला कारोबार यहां से धड़ल्ले से चला रहे हैं। बलियापुर थाना क्षेत्र अन्य थाना क्षेत्रों के मुकाबल इनके लिए ज्यादा सेफ है, इसी का फायदा कोयला तस्कर उठा रहे हैं। यह शहर से दूर ग्रामीण क्षेत्र है। यहां  सीआइएसएफ का कोई खतरा नही है। इसके अलावा छापेमारी होने की सूचना इन तर पहले ही पहुंच जाती है, जिसके कारन समय रहते इन्हें फरार होने का समय मिल जाता है। इस क्षेत्र से प्रति दिन 8 से 10 ट्रक अवैध कोयला गोविंदपुर, निरसा आदि क्षेत्रों में सप्लाई किया जाता है।

बलियापुर पुलिस प्रति ट्रक हजारों रुपये वसुलती हैः सूत्र

सूत्रों की मानें तो बलियापुर पुलिस प्रत्येक ट्रक से हजारो रुपए नजराना के तौर पर वसूलती है। जिसमें उपर से लेकर नीचे तक कई लोगों का हिस्सा है। वहीं जब हमने बलियापुर थाना प्रभारी से अवैध कोयला को लेकर बातचीत की, तो पहले उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की, लेकिन बाद में जांच में सही पाए जाने पर कार्रवाई की बात कही। अब देखना है की बलियापुर पुलिस कब तक इन कोयला तस्करों के खिलाफ कार्यवाई करती है या फिर उनका धंधा इसी प्रकार बेखौफ चलता रहेगा।

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