सीआईपी निदेशक भ्रष्टाचार की जांच कर करे कार्रवाई, अन्यथा 21 सितंबर से चरणबद्ध आंदोलन शुरुः सुरेश बैठा
रिपोर्ट- वसीम अकरम…
राँचीः कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा जिला कमिटी के प्रतिनिधि मंडल द्वारा गुरुवार को सीआईपी के निदेशक, डॉ दयाराम से मिलकर एक मांगपत्र सौंपा। मांगपत्र के माध्यम से सीआईपी निदेशक, डॉ दयाराम को 20 सितम्बर तक मांगे पूरा करने का अल्टीमेटम दिया गया है, अन्यथा दोनों पार्टियां 21 सितंबर से सीआईपी निदेशक के खिलाफ चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
पूर्व में भी सीआईपी निदेशक को सौंपा जा चुका है मांग पत्रः
जानकारी देते चले कि पूर्व में भी कॉग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेश बैठा और झामुमो जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम के नेतृत्व एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा सीआईपी निदेशक, डॉ दयाराम से मुलाकात कर संस्थान में कार्यरत सुरक्षाकर्मियों को कम वेतन तथा इपीएफ राशि देने वाली निजी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की थी। साथ ही वेतन और ईपीएफ की पूरी बकाया राशि का जल्द से जल्द भुगतान करने को कहा था।
मांगे नही मानी गई, तो 21 सितंबर से चरणबद्ध आंदोलन शुरु किया जाएगाः सुरेश बैठा
मौके पर मौजूद कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेश बैठा ने आरोप लगाया कि निदेशक द्वारा कुछ खास कंपनियों को सीमित निविदा पूछताछ की आड़ में करोड़ों-करोड़ का लाभ पहुंचाया गया है। यह जनरल फाइनेंशियल रूल्स के नियमों के विरुद्ध है। संस्थान में सप्लायर्स का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया है, ना हीं उनकी कोई सूची पोर्टल पर भी उपलब्ध कराई गई है, ऐसे में जो भी खरीदारी या कार्य सीमित निविदा पूछताछ में कोटेशन के आधार पर कराया गया है, वह पूरी तरह से भ्रष्टाचार है। सुरेश बैठा ने चेतावनी दी कि यदि 20 सितंबर तक सीआईपी निदेशक शीघ्र इसकी जांच कर कार्रवाई नहीं की, तो कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा दोनों पार्टी 21 सितंबर से चरणबद्ध तरीके से जोरदार आंदोलन करने के लिए बाध्य हो जाएगी। इसके लिए सीआईपी प्रशासन पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगा।
प्रतिनिधिमंडल में ग्रामीण कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेश बैठा, गुलज़ार अहमद, मदन महतो, संजर खान, जमील अख्तर झामुमो जिलाध्यक्ष मुस्ताक आलम, समनूर मंसूरी, शामिल थें।