NIA भीमा-कोरेगाँव मामले को एक राष्ट्रव्यापी माओवादी पहल की कहानी के रूप में रच रही हैः झारखंड जनाधिकार महासभा
रिपोर्ट- ताजा खबर झारखंड ब्यूरो…
रांचीः झारखंड जनाधिकार महासभा, जो कई जन संगठनों व सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक मंच है। महासभा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर अपील की है, कि महाराष्ट्र सरकार झारखंड के मानवाधिकार कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी को, उनकी उम्र और बीमारियों के अनुरूप, सभी सुविधाएं उपलब्ध कराएं। महासभा ने यह भी अपील की है कि सरकार भीमा-कोरेगांव में जनवरी 2018 में हुए हिंसा के लिए ज़िम्मेवार लोगों में से मुख्यतः मिलिंद एकबोते व संभाजी भिड़े (शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान व हिन्दू एकता अघाड़ी के नेता) को गिरफ्तार करे और उनके विरुद्ध त्वरित कार्यवाई करे।
भीमा-कोरेगांव मामले को माओवादी पहल बताते हुए NIA सामाजिक कार्यकर्ताओं को इससे जोड़ रही हैः जेजेएम
महासभा ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि NIA भीमा-कोरेगाँव मामले को एक राष्ट्रव्यापी माओवादी पहल की कहानी के रूप में रच रही है और देश के विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं को इससे जोड़ रही है। अगर महाराष्ट्र सरकार द्वारा भीमा-कोरेगाँव में हिंसा के लिए ज़िम्मेवार लोगों पर कार्यवाई की जाती है, तो NIA के फ़र्ज़ी कहानी का पर्दाफाश हो जाएगा।