बेरोजगार 155 सुरक्षाकर्मियों ने परिवार के साथ आत्मदाह करने की दी चेतावनी…
रिपोर्ट- वसीम अकरम…
राँचीः रांची जिला सुरक्षा कर्मचारी संघ की बैठक कांके स्थित टीना मैदान में संघ के महासचिव मोबिन अंसारी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राँची जिला के 155 सुरक्षाकर्मियों की समस्याओं के संबंध में विचार-विमर्श करते हुए सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति बनाई गई।
मौके पर संघ के महासचिव मोबिन अंसारी ने बताया कि पिछले डेढ़ सालों से 155 सुरक्षाकर्मी भूखे प्यासे दर-बदर अपनी नौकरी वापस कराने की मांग को लेकर भटक रहे हैं, लेकिन सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। पूर्व की सरकार भी इसी तरह आश्वासन ही देते रही और जब नई सरकार बनी तो हमलोगों को लगा कि नई सरकार हमारे समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए हम लोगों की नौकरी वापस दिला दिला देगी, लेकिन हेमंत सरकार के जितने भी विधायक, मंत्री हैं सभी लोग सिर्फ आश्वासन ही दे रहे हैं।
आज की बैठक में निर्णय लिया गया है,कि रांची जिला सुरक्षा कर्मचारी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी से मुलाकात कर अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपेंगा और अगर उसके बाद भी कोई विचार माननीय स्वास्थ्य मंत्री जी नहीं करते हैं, तो फिर उग्र आंदोलन करेंगे और धरने पर बैठ जाएंगे। उस पर भी मांग पूरा नहीं होती है तो 155 सुरक्षाकर्मी अपने-अपने परिवारों के साथ आत्मदाह कर लेंगे जिसकी जिम्मेवारी माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, माननीय स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और झारखंड के स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी की होगी।
वही मौके पर सत्ता पक्ष कांग्रेस के नेता नीरज भोक्ता ने भी सुरक्षाकर्मियों की मांग को जायज बताते हुए अपने पार्टी के स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर सारी बातों से अवगत कराने की बात कही। कांग्रेस के ग्रामीण जिला महासचिव गुलज़ार अहमद ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों की मांग पर हमारे मंत्री बन्ना गुप्ता गंभीर है, लेकिन कोरोना काल को देखते हुवे अभी मामला ठंडा पड़ा है, लेकिन निश्चित ही इनकी मांग हमारी गठबंधन की सरकार पूरा करेगी। कांग्रेसी नेता जमील अख्तर ने भी सुरक्षाकर्मियों की मांग का समर्थन करते हुवे इनके साथ खड़े रहने की बात कही।