बलियापुर के आमझर में 12 हिन्दू परिवारों ने अपनाया इसाई धर्म, हिन्दू संगठनों ने थाने में किया हंगामा…

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रिपोर्ट- अशोक कुमार, धनबाद…

धनबाद : धनबाद के बलियापुर थाना में सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद् और बजरंग दल के कार्यकर्ताओँ ने जम कर हंगामा किया। बलियापुर थाना परिसर में काफी गहमा गहमी के बीच विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना था कि, धनबाद जिले में ईसाई मिशनरी पूरी तरह से सक्रिय है। ईसाई मिशनरी गरीब भोले-भाले लोगो को पैसे का प्रलोभन, गरीबी दूर करने का आश्वासन देकर धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। उनका कहना है कि बलियापुर थाना के आमझर गांव में ईसाई मिशनरी पिछले दो-तीन सालों से धर्म परिवर्तन कराने का कार्य कर रहे हैं।

आमझर गांव के 12 हिन्दू परिवारों का ईसाई धर्म में करवाया धर्मान्तरणः हिन्दू संगठन

हिन्दू परिषद् और बजरंग दल के कार्यकर्ताओँ की मानें, तो बारह हिन्दू परिवारों का ईसाई धर्म में धर्मान्तरण करवाया गया है। अब ये मिशनरी वाले पूरे गाँव को ईसाई धर्म अपनाने की मंशा रखे हुए है। उन्होंने कहा कि प्रार्थना के लिए ईसाई धर्म अपना चुके लोगों ने गाँव में चर्च भी बना लिया है और हर रविवार को उनके पास्टर गांव में आकर प्रार्थना भी करवाते है।

पुलिस ने आपसी समझौता कर मामले को सुलझाने के लिए कहाः

वहीं ईसाई धर्म अपनाने वाले लोगों का कहना है कि, उन्होंने स्वेच्छा से और बिना किसी प्रलोभन के इस धर्म को अपनाया है। फिलहाल पुलिस ने दोनों पक्षों को आपसी समझौते से मामले को निपटाने के लिए समय दिया है। बावजूद इसके यदि मामला नही सुलझता है, तो पुलिस दोनों पक्षों की शिकायत दर्ज कर मामले में कानूनी कार्रवाई करेगी।

देश का संविधान, स्वेच्छा से किसी भी धर्म को मानने की आजादी देता हैः

देश का संविधान, देश के हर नागरीक को स्वेच्छा से किसी भी धर्म को मानने की आजादी देता है। झारखंड में धर्मान्तरण कानून लागू है, जिसमें कहा गया है कि, किसी धर्म विशेष को मानने वाले लोगों को डरा धमका कर या प्रलोभन देकर किसी विशेष धर्म को मानने के लिए बाध्य करने वालों पर कानून सम्मत कार्रवाई होगी। धर्मान्तरण कराने वाले चाहे किसी भी धर्म के मानने वाले या समुदाय के हों। आमझर में ईसाई धर्म अपना चुके लोगों का कहना है कि, सभी ने स्वेच्छा से ईसाई धर्म अपनाया है, और हिन्दू संगठनों ने अब तक कोई ऐसा सबुत पेश नहीं किया है, जिससे ये प्रमाणित होता हो, कि इन्होंने भयवश या प्रलोभन में आकर इसाई धर्म को अपनाया है। इसलिए इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। पुलिस ये कह कर अपनी जिम्मेवारियों से बचना चाह रही है कि, आपस में समझौता कर लें।

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