कांके अंचल कार्यालय में महिला ने की आत्महत्या की कोशिश, पिछले कई माह से दाखिल-खारीज के लिए कार्यालय का चक्कर लगा रही थी महिला

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रिपोर्ट- वसीम अकरम…

राँचीः कांके अंचल कार्यालय के क्रिया कलाप से अंचल क्षेत्र के लोग त्रस्त हो चुके हैं। स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है कि लोग परेशान हो कर अंचल कार्यालय में ही आत्महत्या करने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं।

सोमवार को कांके अंचल कार्यालय में सीमा देवी नामक महिला ने आत्महत्या का प्रयास किया। आनन फानन में पीड़िता सीमा देवा के पति और स्थानीय लोगों ने तुरंत उसे उपचार के लिए नजदिकी अस्पताल ले गएं, जहां सीमा देवी की स्थिति फिलहाल ईलाज के बाद स्थिर है।

सीमा देवी 6 माह से दाखिल-खारीज के लिए लगा रही थी कांके अंचल कार्यालय का चक्करः

घटना के बारे में घायल सीमा देवी के पति धन्नजय वर्मन ने बताया की हमलोग पिछले 6 माह से दाखिल-खारीज करवाने के लिए कांके अंचल कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। इसी कड़ी में आज भी अंचल कार्यालय पहुंचे थें। हमलोगों का पिठोरिया मौजा में 22 डिसमील जमीन है, जो पत्नि के मायके वालों का है। आज हमलोग यहां जानकारी के लिए पहुंचे थें। पूर्व में सीओ और कर्मचारी ने ऑन लाईन में दाखिल खारीज के लिए ओके कर दिया था, लेकिन आज जब कार्यालय में आकर देखें तो ओन लाईन से हटा दिया देखा गया, जिसके बाद मेरी पत्नी सीमा देवी अंचल कार्यालय के ही कलर्क से बात करने लगी कर्मचारी ने मेरी पत्नी से कुछ कहा, जिसके बाद आक्रोशित होकर मेरी पत्नी सीमा देवी ने आत्महत्या करने की नियत से शीशे पर जोर से हांथ चला दिया जिससे उसकी कलाई कट गई और खून का फव्वारा बहने लगा। मैं अपने आप को संभालते हुए उसे लेकर तुरंत अस्पताल पहुंचा और ईलाज करवाया।

घायल महिला, सीमा देवी को ईलाज के लिए ले जाते परिजन.

मेरे जमीन में कोई विवाद नहीं, फिर भी दौड़ाया जा रहा हैः

पीड़ित महिला सीमा देवी ने बताया की मैं अंचल कार्यालय का चक्कर लगाते लगाते थक चुकी हूं। चुंकि मैं जगरनाथपुर में रहती हूं इसलिए हर बार आने जाने में काफी रुपया खर्च हो जाता है। जब भी मैं यहां पहुंचती हूं मुझे दूसरे दिन आने के लिए कहा जाता है, जबकि मेरे जमीन में कोई विवाद नही है, बावजुद मुझे दौड़ाया जा रहा है।

अंचलाधिकारी दिवाकर प्रसाद द्वेदी पीड़िता से मिलेंः

घटना की सूचना पाकर कांके अंचल के अंचलाधिकारी, दिवाकर प्रसाद द्वेदी अस्पताल पहुंचे। यहां ताजा खबर झारखंड के मुख्य संवाददाता वसीम अकरम के सवालों का जवाब देते हुए अंचलाधिकारी ने कहा कि घायल महिला से पुरी जानकारी ली जा रही है। इनके जमीन का मामला पिठोरिया मौजा का है, आपत्ति का मामला भी है। दोनों पक्षों को नोटिस देकर बुलाकर पूरी जानकारियां लेता हूं। उसके बाद निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी। अंचलाधिकारी से पीड़ित महिला कई बार कार्यालय में मुलाकात कर अपनी बात रख चुके हैंस, बावजुद इसके अंचलाधिकारी ये कह रहे हैं कि दोनों पक्षों को नोटिस जारी कर दोनों का पक्ष लिया जाएगा।

कर्मचारी दाखिल-खारीज के लिए 20 लाख मांगे थें, नहीं दियें तो दौड़ा रहे हैंः अर्जुन साहू़ पीड़ित

वहीं, दाखिल खारीज के लिए कांके अंचल के ही होचर निवासी अर्जुन साहू भी चल कार्यालय पहुंचे हुए थें। इस घटना से अर्जुन साहू काफी मर्माहत हैं। इन्होंने बताया की मैं भी पिछले एक साल से दाखिल खारीज के कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं। मुझे में काफी दौड़ाया जा रहा है। अर्जुन साहू ने आगे बताया कांके प्रखंड अंतर्गत हौसीर मौजा में 1 एकड़ 77 डिसमिल जमीन की जमाबंदी के लिए मैं पिछले 1 साल से चक्कर लगा रहा हूं। पांच महिना पहले अंचल के कर्मचारी गोवर्धन बैठा ने मुझे से पांच लाख रुपया मांगा था। उन्होंने कहा कि दौड़ते रहो, जब तक पैसा नहीं दोगे काम नहीं होगा। इस बीच मैं टेंशन से काफी बीमार हो गया था। ईलाज करवाने के बाद फिर से कार्यालय का चक्कर रहा हूं।

जेब भर दिया जाए तो कोई गड़बड़ी नहींः

कूल मिला कर अंचल के अंचलाधिकारी और कर्मचारियों के पास काम को लटका कर रखने की गंभीर बीमारी है। ये सभी तब तक बीमार रहते हैं जब तक इनकी जेब नोटों से भर नही दी जाती है। जब इनके मन मुताबिक इन्हें चढ़ावा चढ़ा दिया जाता है, तो इनकी बीमारी ठीक हो जाता है, और जिनके पास इनकी बीमारी ठीक करने के लिए पैसे नही हैं, वे सभी सीमा देवी और अर्जुन साहू की तरह अंचल कार्यालय का चक्कर लगा लगा कर अपना चप्पल घींसते रहते हैं।

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