हथियार के बल पर नामकुम प्रखंड अंतर्गत मल्टी गांव में आदिवासियों की पहनई जमीन पर किया जा रहा है कब्जा, उपायुक्त को करवाया गया मामले से अवगत.

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रिपोर्ट- बिनोद सोनी…

रांची(नामकुम प्रखंड)- आदिवासियों के धार्मिक जमीन की ना तो बिक्री हो सकती है ना ही इसका हस्तांतरण हो सकता है। ऐसी जमीन पर गांव का सामुहिक मालिकाना हक होता है। लेकिन जमीन कारोबारियों का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि, जबरन हथियार के बल पर नामकुम प्रखंड अंतर्गत मल्टी गांव में पहनई, धार्मिक एवं सामाजिक जमीन पर निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। गांव की सामाजिक, धार्मिक जमीन की लूट के खिलाफ कई बार गांव में ग्रामसभा किया गया जिसमें एक स्वर में धार्मिक, सामाजिक जमीन पर जबरन कब्जा का विरोध किया गया था, बावजूद अपने पहुंच, पैसे और दबंगई के बल पर जमीन पर खुलेआम कब्जा करने का काम जारी है।

रांची उपायुक्त को जमीन लूट मामले से अवगत करवाते प्रतिनिधिमंडल.

पूर्व में रांची उपायुक्त सहित जमीन मामले से जुड़े संबंधित अधिकारी और पदाधिकारियों को मामले की जानकारी दी गई, इसके बाद भी धार्मिक, सामाजिक जमीन पर कब्जा का गोरख धंधा चल रहा है। गुरुवार को पूर्व जिप सदस्य सह भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल रांची के उपायुक्त राहुल कुमार से मुलाकात कर मामले की गंभीरता से अवगत करवाते हुए ध्यान आकृष्ट कराया साथ ही गांव की सामाजिक जमीन को बचाने का आग्रह किया। उपायुक्त से मुलाकात के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने ये भी कहा कि, यदि पदाधिकारी जमीन बचाने में सहयोग नही करेंगे तो ग्रामीण खुद ही जमीन पर उतर कर अपनी जमीन बचाने का काम करेंगे। उपायुक्त महोदय ने  मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई का भरोसा दिया है।

प्रतिनिधिमंडल में पूर्व जीप सदस्य, आरती कुजूर, अंजलि लकडा, चंदा लकड़ा, महादेव गाड़ी, किशोर लकड़ा, सुजीत टोप्पो, महेश लिंडा, निर्मल लकड़ा, इलियाजार लकड़ा उपस्थित थें।

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