रिपोर्ट- वसीम अकरम….
पंचायत सचिवालय में संचालित प्रज्ञा केन्द्र बंद, किसान सुखा राहत का आवेदन करने से हैं वंचितः
रांचीः ये है कांके प्रखंड के बाढ़ू पंचायत का पंचायत सचिवालय, जहां पंचायत के ग्रामीणों की सुविधा के लिए प्रज्ञा केन्द्र स्थापित है। लेकिन ग्रामीण बता रहे हैं कि ये प्रज्ञा केन्द्र कभी खुलता ही नही है। जिससे ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। ग्रामीण अपनी परेशानी बताते हुए कहते हैं कि यहां के ज्यादातर लोग खेती करते हैं, हमलोगों को सुखा राहत के लिए प्रज्ञा केन्द्र में आवेदन जमा करना है, लेकिन प्रज्ञा केन्द्र के नहीं खुलने से परेशानी हो रही है।
एक वर्ष पूर्व बना आंगनबाड़ी भवन कभी भी हो सकता है धारासाई, बच्चों की जान जोखिम मेंः
पंचायत सचिवालय के ठीक बगल में स्थित है आंगनबाडी केन्द्र, जिसे बने हुआ मात्र एक साल ही हुआ है, और छत के उपर से जगह जगह पानी टपक रहा है। आंगनबाड़ी सेविका बताती हैं कि, ये छत कभी भी धंस सकता है। कमरे में पानी भर गया है, जिसके कारन मैं बच्चों को कमरे से बाहर ही बच्चों को पढ़ा रही हूं। सेविका ने ये भी बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर प्रखंड के अधिकारियों तक को इस मामले से अवगत करवाया गया है लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नही दिया। ऐसा प्रतित हो रहा है कि जनप्रतिनिधि या अधिकारी यहां छोटे छोटे बच्चों के साथ घटना होने का ईंतेजार कर रहे हैं।
हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से स्वास्थ्यकर्मी रहते हैं नदारदः
इसी कैंपस में स्थित हैं हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, जहां 11 बजे तक ताला लटका हुआ है। स्थानीय ग्रामीण बताते हैं कि सप्ताह में एक या दो दिन यहां एएनएम नजर आ जाए तो बड़ी बात है। यहां का शौचालय पुरी तरह जर्जर है। शौचालय में पानी तक की ब्यवस्था नही है। ग्रामीणों को कांके जाकर ईलाज करवाना पड़ता है। पुरे परिसर में गंदगी भरा पड़ा है। बरसात के कारन बरामदे के बाहर काई जमा है, जिसे हटाने वाला कोई नही।
जिले के उपायुक्त को इन मामलों से अवगत करवाएंगे जमील अख्तरः
बुधवार को यूथ कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष जमीन अख्तर ने पंचायत सचिवालय, प्रज्ञा केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र और हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का नीरिक्षण किया। यहां कि स्थिति देखने के बाद उन्होने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के कारन ग्रामीण जनता को विकास योजनाओं का लाभ नही मिल रहा है। आंगनबाड़ी भवन को देख कर प्रतित हो रहा है। यहां बड़े पैमाने पर लूट हुआ है। मात्र एक वर्ष पहले इसका निर्माण हुआ है, लेकिन पहली ही बरसात में पुरे छत से पानी टपक रहा है। जमील अख्तर ने आगे कहा कि व्यवस्था में सुधार और हुए लूट की जांच की मांग को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी और जिले के उपायुक्त को अवगत करवाया जाएगा।