रिपोर्ट- अशोक कुमार, धनबाद…
धनबाद : धनबाद एसीबी की टीम ने शनिवार को एक बार फिर धनबाद समाहरणालय में कार्यरत्त प्रधान लिपिक को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने में सफलता पाई है। जिले में कई रिश्वतखोर अधिकारी, कर्मचारी और पुलिस एसबीपी के हत्थे चढ़ चुके हैं, बावजुद इसके रिश्वतखोंरों में तनिक भी खौफ नही है।
एसीबी की कार्रवाई से धनबाद समाहरणालय के कर्मचारियों में मची खलबली…
इस बार एसीबी नें समाहरणालय के रिकॉर्ड रूम में कार्यरत प्रधान लिपिक कृष्णनंदू चौधरी को चार हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद एसीबी की टीम ने प्रधान लिपिक के घर की भी तलाशी ली, हालांकि उनके घर से टीम को कुछ भी हाथ नही लगा। गिरफ्तार करने के बाद प्रधान लिपिक को एसीबी की टीम अपने साथ एसीबी कार्यालय ले आई। इस कार्रवाई के बाद समाहरणालय में खलबली मची हुई है।
दस्तावेज उपलब्ध करवाने के एवज में प्रधान लिपिक ने मांगी थी रिश्वत…
मिली जानकारी के अनुसार मनियाडीह (टुंडी) के रहने वाले उमेश सिंह से प्रधान लिपिक ने दस्तावेज के एवज में छह हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। काफी मान मनोवल के बाद चार हजार रूपये में सौदा तय हुआ। इसके बाद उमेश सिंह ने प्रधान लिपिक द्वारा रिश्वत मांगने की शिकायत एसीबी से की, जिसके बाद एसीबी ने जांच पड़ताल कर मामले को सही पाया, फिर रंगे हाथ गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाते हुए रिश्वत के रुपये के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल आगे की कार्रवाई की जा रही है।