17 नवंबर को राज्यव्यापी आंदोलन, सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी आजसू……

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रिपोर्ट:- वसीम अकरम…..

राँची: झारखंडी जनमानस से जुड़े विषयों का ईमानदारी पूर्वक हल करने के बजाए, सरकार अपना स्वार्थ सिद्ध करने हेतु लोगों को उलझाने का काम कर रही है। सरकार की कथनी और करनी में अंतर है। एक तरफ मुख्यमंत्री पिछड़ों को आरक्षण देने की बात करते हैं और दूसरी ओर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद नगर निकाय चुनाव में भी पिछड़ों के लिए आरक्षित सीटों को अनारक्षित कर देते हैं। यह जनादेश का अपमान है, राज्य की सबसे बड़ी आबादी के साथ धोखा है। आजसू पार्टी किसी भी हाल में हकमारी बर्दाश्त नहीं करेगी। इसी तरह सरकार 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति की भी बात कर रही, लेकिन नियोजन नीति को लेकर एक शब्द भी नहीं बोलती। नियोजन नीति में तो इन्होंने खतियान के अस्तित्व को ही मिटा दिया।

यह बातें झारखंड के पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने आशीर्वाद बैंक्वेट हॉल, बोड़ेया में आयोजित कांके विधानसभा स्तरीय बैठक के दौरान कही।

उन्होंने कहा‌ कि पार्टी एक लाख सक्रिय और पदेन कार्यकर्ताओं की कतार जल्दी खड़ी कर लेगी। यह कतार नेतृत्व संभालेगी और समाज के अंतिम पायदान को जगायेगी। उन्होंने कहा कि लीडरशिप का मौका आजसू सबसे ज्यादा और खुलकर देती है। कार्यकर्ता सक्रियता और एकाग्रता से मंजिल हासिल करने की जिद्द और जुनून पैदा करें।

बैठक के दौरान आजसू पार्टी के भावी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा की गई, जिसमें मुख्य रुप से 17 नवंबर को होने वाला राज्यव्यापी आंदोलन मुख्य रुप से शामिल था। ज्ञात हो कि राज्य सरकार ने इसी वर्ष होने वाले नगर निकाय चुनाव में ओबीसी के लिए आरक्षित सीटों को अनारक्षित कर दिया है, जिसके खिलाफ आजसू पार्टी राज्य के सभी 24 जिलों में आंदोलन करेगी तथा राज्य सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेगी।

बैठक में मुख्य रूप से आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता, केंद्रीय उपाध्यक्ष रोशन लाल चौधरी एवं हसन अंसारी, केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत, रांची जिलाध्यक्ष संजय महतो, रांची जिला के कार्यकारी अध्यक्ष हकीम अंसारी, अखिल झारखंड महिला संघ की केंद्रीय महिला संगठन सचिव वर्षा गाड़ी, केंद्रीय महिला उपाध्यक्ष पार्वती देवी, कांके विधानसभा प्रभारी रामजीत गौंझु, जिला उपाध्यक्ष एतवा उरांव एवं मुजीबुर्रहमान आदि उपस्थित थे।

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