दुष्कर्म के प्रयास जैसी घटना को भी पाटन पुलिस कर रही है नजरअंदाज…..

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ब्यूरो रिपोर्ट…

पाटन(पलामू) दिनांक 29/5/22दिन रविवार को पाटन थाना क्षेत्र अंतर्गत नवनिर्वाचित मुखिया छोटू सिंह का विजय जुलुस था, जिसमें सिक्कीकला गांव के ग्रामीण भी शामिल थें। सिक्कीकला गांव में इस दौरान  सन्नाटा पसरा हुआ था, और ईसी सन्नाटे का फायदा पांच नकाबपोश अपराधियों ने उठाते हुए गांव के निरंजन सिंह के घर में प्रवेश किया और उसकी नवविवाहित बहु के साथ मारपीट और दुष्कर्म करने का प्रयास किया किया। खिंचतान के क्रम में एक अपराधी के मुंह से कपड़ा गीर पड़ा। पीड़िता द्वारा शोर मचाने पर अपराधी भाग खड़े हुएं, लेकिन जाते-जाते अपराधियों ने पीड़िता को किसी से बताने पर जान मारने की धमकी दी है।

पीड़िता का ईलाज अस्पताल में चल रहा हैः

दुष्कर्म करने के प्रयास के दौरान जब पीडिता ने विरोध किया तो नकाबपोश अपराधियों ने बेरहमी से उसकी पिटाई की। लेकिन इस दौरान पीड़िता ने एक अपराधी पुरन सिंह को पहचान लिया। विजय जुलूस में शामिल होने के बाद जब गांव वाले और पीड़िता के ससुर निरंजन सिंह गांव पहुंचे, तब पीड़िता ने पुरे घटना की जानकारी गांव वाले और परिजनों को दी।  इस घटना से पुरे गांव में दहशत का माहौल है, क्योंकि पूर्व में भी पूरन सिंह निरंजन सिंह के बेटी की दुष्कर्म कर हत्या कर चुका है, लेकिन अब तक पूरन सिंह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है या यूं कहें कि, पुलिस-अपराधी गठजोड़ के कारन पूरन सिंह को पुलिस अब तक गिरफ्तार नहीं की है। और अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है।

सिक्कीकला गांव में दहशत का माहौलः

इस घटना के बाद 30 मई को पूरन सिंह समेत चार अन्य नकाबपोश के खिलाफ पीड़िता द्वारा थाने में आवेदन दिया गया है, लेकिन 36 घंटे बाद भी पाटन थाना की पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नही किया है और ना ही घटनास्थल पहुंच कर पीड़िता या उनके परिजनों का ब्यान लिया है। इस घटना से सिक्कीकला गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है।

माले के प्रखंड सचिव, पवन विश्वकर्मा के नेतृत्व में की गई मामले की जांचः

घटना की जानकारी मिलने के बाद माले के प्रखंड सचिव पवन विश्वकर्मा के नेतृत्व में एक जांच टीम सिक्कीकला गांव पहुंची और पुरे मामले की जांच की, साथ ही पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया। पीड़ित परिवार के मुखिया निरंजन सिंह ने माले की जांच टीम को बताया कि, मेराल सिक्कीकला सहित आस-पास के इलाके में इस तरह की दर्जनों घटनाओं को अंजाम दिया गया है। मेराल में 29 अप्रैल 2020 को छात्र सोनम कुमारी के साथ भी दुष्कर्म कर हत्या करने के बाद शव को पेड़ से लटका दिया गया था। इस घटना में पूरन सिंह के उपर 2020 में ही प्राथमिकी दर्ज करवाया गया था, लेकिन स्थानीय विधायक और पाटन पुलिस के साथ अपराधीक गठजोड़ के कारण अब तक पूरन सिंह समेत अन्य अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है, जिससे अपराधियों का मनोबल बढ़ा हुआ है और इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं।

भाकपा माले की जांच टीम ने कहा कि अगर अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार नहीं किया गया तो माले आन्दोलन करने के लिए बाध्य हो जाएगी। माले की जांच टीम में श्रवण विश्वकर्मा, अजय कुमार, नागेंद्र कुमार, कमेश भुइयां, विकाश भुइयां, मंजय शर्मा, विनोद सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल थें।

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