झारखंड के बजट पर पक्ष-विपक्ष ने दी अलग-अलग प्रतिक्रिया, पक्ष ने बताया जनकल्याणकारी तो विपक्ष ने बताया हसीन सपना………

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रिपोर्ट :- बिनोद सोनी….

राँची: वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने झारखंड का बजट पेश कर दिया है। झारखंड के बजट से आम लोगों के साथ-साथ खास को भी काफी उम्मीदें थी। बजट पेश किए जाने के बाद राज्य के पक्ष विपक्ष और निर्दलीय विधायकों ने अपनी अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है।

पिछले वित्तीय वर्ष का जो बजट था और उसमें से तीन अनुपूरक बजट को जोड़ दिया जाए तो इस साल का बजट उससे ज्यादा नहीं है। वरिष्ठ निर्दलीय विधायक सरयू राय ने पिछले बजट की खामियां भी गिनाए और कहा कि सरकार की क्षमता नहीं है कि बजट खर्च कर सके, इसीलिए सरकार को चाहिए कि निष्पक्ष समूह बनाकर विशेषज्ञों से राय ले।

बजट को लेकर बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उन्हें पहले ही उम्मीद थी कि कैसा बजट होगा, क्योंकि वह सिर्फ हसीन सपने दिखाते हैं और काम नहीं करते। सड़क हो पुल हो या अनाज कुछ में भी सरकार का काम नहीं दिखता, यहां तक कि आदिवासियों के नाम पर भी राजनीति की जाती है लेकिन उनके नाम पर सिर्फ मजाक होता है। वहीं आम लोग काम देखना चाहते हैं बजट से उन्हें कोई मतलब नहीं यह सुनने में सिर्फ आनंद आया कि इतने का बजट है। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि हमारे वक्त में इतना बड़ा बजट नहीं था, लेकिन काम हर क्षेत्र में दिखता था और लोग दूसरे राज्यों में भी हमारी तारीफ करते थे

आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने इस बजट को घोर निराशा वाली बजट बताते हुए कहा कि किसी क्षेत्र में कुछ विशेष प्रावधान किए ही नहीं गए, यहां तक कि सरकार अपने कमिटमेंट के आसपास भी नहीं जा पाई, जबकि 1 किलो दाल की बात सिर्फ गिनाये जाते है उसका कोई फायदा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि ना तो रोजगार के अवसर दिए गए और ना ही कृषि लोन बजट पर कुछ आगे की प्लानिंग दिखी। क्योंकि कृषि लोन को बजट से गायब कर दिया गया उन्होंने कहा कि कल्याणकारी बजट किसी स्तर ने भी नहीं कहा जा सकता।

बीजेपी विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि यह बजट गांव, गरीब, छात्र, बेरोजगार और किसान विरोधी बजट है। क्योंकि ना तो रोजगार के लिए चर्चा हुई ना ही शिक्षा पर कुछ कहा गया, आधारभूत संरचना ही नहीं है।

जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने रणधीर सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा कि रणधीर सिंह का मानसिक संतुलन ही बिगड़ गया है जो बजट का विरोध कर रहे हैं क्योंकि यह अब तक का सबसे अच्छा बजट है भले ही इससे भारतीय जनता पार्टी को फायदा नहीं मिलेगा लेकिन झारखंड के सवा तीन करोड़ लोगों को जरूर लाभ मिलेगा।

वही जेएमएम विधायक सुदीव्य सोनू ने इस बजट को जन हितकारी बजट बताते हुए कहा कि तमाम वर्गों को राहत देने की कोशिश इस बजट में साफ देखी गई।

माले विधायक विनोद सिंह ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि राज्य के सबसे बड़े विषय रोजगार पर बजट में कोई प्रावधान नहीं है जो काफी निराशाजनक है।

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