कोरोना पॉजिटिव मरीज होने की खबर, अधिकारियों को दिए जाने के बावजुद नही उठाया गया कोई कदम….

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रिपोर्ट- वसीम अकरम…

रांचीः राज्य के मुखिया की मानें तो कोरोना महामारी को लेकर सरकार गंभीर है और इसे रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री महोदय ताजा खबर झारखंड आपको ये जानकारी देना जरुरी समझती है कि आपकी मंशा भले ही इस महामारी पर लगाम लगाने की है, लेकिन आपके अधिकारी इस महामारी को लेकर गंभीर नही है। क्योंकि कोरोना पोजिटिव मरीज की रिपोर्ट मुहल्ले वासियों द्वारा नोडल अधिकारी, सीओ को फोन और व्हाट्सएप्प पर दिए जाने के साथ साथ रांची जिला के मुखिया डीसी को भी ट्वीट कर दिए जाने के बाद भी कोई कदम नहीं उठाया गया है।

स्थानीय लोगों में कोरोना मरीज को लेकर भय का माहौलः

दरअसल बरियातु रोड के चेशायर होम रोड स्थित, त्रेयम्बकेशवर अपार्टमेंट में रहने वाला युवक कोविड-19 जांच रिपोर्ट पोजिटिव आया है। जिसके बाद से युवक अपने फ्लैट में ही रह कर चिकित्सक द्वारा बताए गए दवा का सेवन करते हुए सावधानी बरत रहा है। लेकिन युवक के पॉजिटिव आने की खबर सुन कर आसपास के लोग काफी डरे सहमे हुए हैं। लोगों का कहना है कि युवक ने लिफ्ट का उपयोग किया है, जिसका उपयोग फ्लैट में रहने वाले सभी लोग कर रहे हैं, इससे वहां रहने वाले लोगों पर संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।

सूचना दिए जाने के 24 घंटे बाद भी प्रशासन द्वारा नही उठाया गया कोई कदमः

मामले की सूचना स्थानीय लोगों ने समाज सेवी गौतम तिवारी को दी, जिसके बाद समाजसेवी गौतम तिवारी ने इस बाबत बड़गांई के नोडल अधिकारी सह अंचलाधिकारी को फोन कर और उनके वाह्टएप्प पर दी, इतना ही नहीं गौतम तिवारी ने जिलाधिकारी को भी ट्वीट कर मामले की सूचना दी। लेकिन कई घंटे बाद भी इस मामले में अधिकारियों द्वारा कोई पहल नहीं की गई है। जिससे प्रतित होता है कि कोरोना महामारी को लेकर अधिकारीगण गंभीर नही है।

समाजसेवी गौतम तिवारी द्वारा किया गया ट्वीट और व्हाटसएप्प…

फ्लैट के लोगों ने स्वयं से चंदा कर पूरे फ्लैट को किया सेनिटाईजः

जिस फ्लैट में कोरोना पॉजिटिव मरीज रह रहा है, उसी फ्लैट के निवासी माया शंकर तिवारी ने बताया कि हमलोगों ने चंदा कर सेनिटाईजर खरीदा और लिफ्ट के साथ पूरे फ्लैट को सेनिटाईज किया है। अधिकारी जब तक यहां पहुंचेंगे तब तक ना जाने कितने लोग संक्रमित हो चुके होंगे। इसलिए हमलोगों ने प्रशासन पर भरोषा ना करते हुए स्वयं से अपनी सुरक्षा का उपाय किया है। कूल मिला कर देखें तो ज्यों ज्यों राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है, त्यों-त्यों अधिकारी इसे लेकर उदासीन होते जा रहे हैं, इसके पिछे शायद सरकार के पास संसाधनों की कमी हो सकती है। लेकिन भयभीत लोगों तक पहुंच कर सुरक्षा का भरोषा दिलाना भी ये लोग उचित नही समझ रहे हैं, जो कोरोना के प्रति अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है।

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